हरिद्वार। उत्तराखंड में जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, कांग्रेस की मुश्किलें कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही है। अब हरिद्वार लोकसभा सीट पर कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के करीबियों और ओएसडी रहे कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है।
बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के करीबी माने जाने वाले 6 से ज्यादा नेता कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए हैं, सभी नेताओं को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पार्टी के टोल फ्री नंबर पर मिस कॉल करवाकर भाजपा की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर हरिद्वार लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौजूद रहे।
हरिद्वार में परमाध्यक्ष चेतन ज्योति स्वामी ऋषिश्वरानन्द और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पुरुषोत्तम शर्मा ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है। पुरुषोत्तम शर्मा पूर्व सीएम हरीश रावत के ओएसडी रह चुके हैं। ऐसे में इसे हरीश रावत से नाराजगी के तौर पर देखा जा रहा है।
भाजपा का दामन थामने वाले पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि बीजेपी की रीति नीति से प्रभावित होकर वो पार्टी में शामिल हुए हैं। वहीं हरीश रावत से नाराजगी के सवाल पर उन्होंने हरदा को पिता तुल्य बताया है। पुरुषोत्तम शर्मा ने स्पष्ट किया कि हरीश रावत से उनकी कोई भी व्यतिगत नाराजगी नहीं है।
प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी में शामिल होने वाले संतों और कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश ही नहीं पूरे देश में इस समय कांग्रेस में असंतोष है, जिसके बाद अब उत्तराखंड में भाजपा पांचों सीट जीतकर जीत की हैट्रिक लगाएगी। बता दें कि इन नेताओं का जाना कांग्रेस के साथ ही हरीश रावत के लिए बड़ा झटका है। क्योंकि हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत हरिद्वार लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी हैं, जिसका प्रभाव आगामी 19 अप्रैल को होने वाले मतदान पर पड़ेगा। यहां से बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को मैदान में उतारा है।