मसूरी। भारत-तिब्बत सीमा पुलिसबल (आईटीबीपी) अकादमी में बुधवार को आयोजित पासिंग आउट परेड के बाद देश को 45 युवा अफसर मिले। इनमें पांच महिलाएं भी शामिल हैं। बता दें कि भारत- तिब्बत (चीन) सीमा पर आईटीबीपी पहरी की अहम भूमिका निभाती है। भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल 19 हजार फीट तक की ऊंचाई पर स्थित अग्रिम चौकियों में माइनस 45 डिग्री तापमान में भी मुश्किल हालातों में मुस्तैदी से काम करने वाला एक अनुशासित और अति प्रशिक्षित बल है, जो कि देश के अलावा विदेशों में भी महत्वपूर्ण सस्थानों को सुरक्षा प्रदान कर रही है।
एक वर्ष का कठिन प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद 22 सहायक सेनानी/जीडी और 6 माह के कठिन प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद 14 सहायक सेनानी चैट, 5 सहायक सेनानी/चिकित्सा, 4 सहायक सेनानी/जैग, कुल 45 अधिकारी पुलिस बल की मुख्य धारा में शामिल हुए हैं। इनमें 5 महिला सहायक सेनानी बल की मुख्य धारा में शामिल हुई हैं। इन अधिकारियों को कठोर एवं लम्बे प्रशिक्षण के दौरान युद्ध कौशल, शस्त्र चालन, शारीरिक प्रशिक्षण, आसूचना, मानचित्र अध्ययन, सैन्य प्रशासन, कानून व मानव अधिकार जैसे सैन्य व पुलिस संबंधी विषयों का गहन प्रशिक्षण दिया गया है। पास आउट होने वाले इन अधिकारियों में उत्तर प्रदेश से 12, दिल्ली से 8, हरियाणा से 5, उत्तराखंड से 4, बिहार, पंजाब व महाराष्ट्र से 2, 2, मणिपुर, चंडीगढ़, तमिलनाडु, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, नागालैंड, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश से एक एक प्रशिक्षणार्थी शामिल हैं। आज सभी अधिकारियों ने समर्पण की शपथ ली।
इस मौके पर पासिंग आउट परेड में बतौर मुख्य अतिथि आईटीबीपी के महानिदेशक अनीश दयाल ने अपने संबोधन में पासआउट होने वाले सभी अधिकारियों को बल कि मुख्य धारा में शामिल होने पर बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।