पौड़ी गढ़वाल। बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में कोटद्वार स्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायालय (एडीजे कोर्ट) शुक्रवार को फैसला सुनाएगी। अदालत के फैसले पर पूरे उत्तराखंड और देश के लोगों की निगाहें टिकी हैं। कोटद्वार में इसके लिए पुलिस प्रशासन की ओर से व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए है।
अंकिता भंडारी हत्याकांड में फैसले का दिन: आरोप है कि 18 सितंबर 2022 को वनंत्रा रिजॉर्ट में कार्यरत रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या कर उसका शव चीला शक्ति नहर में फेंक दिया गया था। घटना के एक सप्ताह बाद, 24 सितंबर को, नहर से उसका शव बरामद हुआ था। इस जघन्य हत्याकांड ने प्रदेश भर में आक्रोश की लहर पैदा कर दी थी। उत्तराखंड में इस हत्याकांड के खिलाफ जगह-जगह महीनों धरना-प्रदर्शन हुए तो देश-दुनिया में भी इस कांड की चर्चा होने लगी थी।
कोर्ट सुनाएगा फैसला: मामले की पहली सुनवाई 30 जनवरी 2023 को कोटद्वार एडीजे कोर्ट में शुरू हुई थी। एसआईटी द्वारा जांच पूरी करने के बाद अभियोजन पक्ष की ओर से 500 पन्नों का आरोप पत्र दाखिल किया गया। अभियोजन पक्ष की गवाही 28 मार्च 2023 से शुरू हुई। इस दौरान कुल 47 गवाहों को अदालत में पेश कराया गया। एसआईटी ने मामले में 97 गवाह बनाए थे। अभियोजन पक्ष के अधिवक्ता विशेष लोक अभियोजक अवनीश नेगी ने 19 मई 2025 को बहस के अंतिम चरण में बचाव पक्ष की दलीलों का जवाब दिया। जिसके बाद अदालत ने 30 मई को फैसला सुनाने की तिथि निर्धारित की।
तीन आरोपियों पर चल रहा है मुकदमा: इस हत्याकांड में वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, उसके कर्मचारी सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को मुख्य आरोपी बनाया गया है। तीनों पर आरोप तय होने के बाद से लगातार सुनवाई चली। अभियोजन पक्ष ने मजबूत साक्ष्य और गवाही प्रस्तुत की। अब आज अंकिता भंडारी हत्याकांड में फैसले का दिन है।
एडीडे कोर्ट परिसर की सुरक्षा सख्त: अदालत परिसर और उसके आसपास 200 मीटर के दायरे में बैरिकेडिंग कर दी गई है। धारा 144 लागू करने की भी तैयारी की गई है। सिर्फ केस से जुड़े लोगों को ही कोर्ट में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। पौड़ी, देहरादून, हरिद्वार, टिहरी और उत्तरकाशी से भारी संख्या में पुलिस बल, अधिकारी और डेढ़ कंपनी पीएसी मंगाकर कोटद्वार में तैनात की गई है। प्रशासनिक अधिकारी और एसएसपी सुरक्षा व्यवस्था पर खुद नजर बनाए हुए हैं।