नोटबंदी के 125 दिन बाद 13 मार्च से बचत बैंक खाता धारक बैंक से जितने चाले उतने रुपए निकाल पाएंगे। मौद्रिक समीक्षा की नीति के दौरान आरबीआई ने कहा कि 20 फरवरी से बचत बैंक खाता धारक अपने बैंक खाते से अब 50,000 रुपए और फिर 13 मार्च से जितने चाहे उतने पैसे निकाल सकेंगे। इससे पहले आरबीआई ने 3 फरवरी को चालू धाता धारकों को राहत दी थी।
3 फरवरी को जारी भारतीय रिजर्व बैंक के जारी आदेश के मुताबिक चालू खाता धारक बैंक से एक सप्ताह में 1 लाख रुपए से ज्यादा निकालने की अनुमति दे दी थी।आपको बताते चले कि तब बचत बैंक खाता धारकों के लिए नियम जस के तस लागू किए गए थे। 3 फरवरी को जारी नियम के मुताबिक बचत बैंक खाता धारक एक बार में एटीएम से अब 24,000 रुपए निकाल सकते थे।
पर सप्ताह में 24,000 से ज्यादा निकालने की पाबंदी नहीं हटाई गई थी। साथ ही आरबीआई ने सभी बैंकों का कहा कि वो ज्यादा से ज्यादा डिजिटल पेमेंट पर फोकस करें और नगद लेन-देन को हतोत्साहित करें। नोटबंदी के फैसले के बाद आरबीआई ने बचत बैंक खात धारकों और चालू खाता धारकों के लिए बैंक और एटीएम से पैसे निकालने की सीमा निर्धारित कर दी थी।
नोटबंदी के तुरंत बाद बचत खाता धारकों को प्रतिदिन 4000 रुपए एटीमएम से निकाले की अनुमति थी। वहीं सप्ताह बाद में इस बढ़ाकर 4500 रुपए प्रतिदिन और बाद में 10,000 रुपए प्रतिदिन कर दिया गया। पर हर सप्ताह बैंक के 24,000 रुपए निकालने की लिमिट को अभी तक नहीं हटाया गया। 30 जनवरी, 2017 को नया आदेश जारी करते हुए आरबीआई ने एक दिन में ही 24000 रुपए निकालने की इजाजत बचत खाता धारकों को दे दी थी। पर ग्राहक पूरे सप्ताह में सिर्फ 24,000 रुपए ही निकालने का नियम लागू किया था।