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अखिलेश यादव ने जारी की प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट

191 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करने के कुछ ही घंटों के अंदर समाजवादी पार्टी ने 19 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट भी जारी कर दी. इस लिस्ट में पवन पाण्डेय को एक बार फिर अयोध्या से प्रत्याशी बनाया गया है. उनकी गुरुवार को ही सपा में वापसी हुई है. शिवपाल यादव ने एमएलसी आशु मलिक के साथ कथित तौर पर मारपीट के आरोप में उन्हें सपा से बर्खास्त किया था.

इस बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मुख्यमंत्री के सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग पर अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे हैं. बताया जा रहा है कि गठबंधन को लेकर चर्चा हो रही है. सूत्रों के मुताबिक अभी भी कुछ गुंजाईश बची है क्योंकि सपा ने अमेठी, सुल्तानपुर समेत कई सीटों पर कैंडिडेट नहीं उतारे हैं.

ये रही सूची

फैजाबाद

मिल्कीपुर से अवधेश प्रसाद

रुदौली से अब्बास अली जैदी

बीकापुर से आनंद सेन

अयोध्या से पवन पाण्डेय

गोसाईंगंज से अभय सिंह

अम्बेडकरनगर

कटेहरी से जयशंकर पाण्डेय

टांडा से अजीमुल हक़ पहलवान

जलालपुर से शंखलाल मांझी

अकबरपुर से राममूर्ति वर्मा

बहराइच

बलहा से वंशीधर बौद्ध

मटेरा से यासर शाह

बहराइच रुआब सईदा

प्रयागपुर से मुकेश श्रीवास्तव

कैसरगंज से राकेश वर्मा

श्रावस्ती

भींगा से इन्द्राणी वर्मा

श्रावस्ती से मो रमजान

बलरामपुर

तुलसीपुर से मो मसहूद खां

गैसड़ी से एसपी यादव

उन्नाव के पुरवा से उदयराज यादव को प्रत्याशी घोषित किया है.

यूपी में सात चरणों में चुनाव

उत्तर प्रदेश में 11 फरवरी से 8 मार्च के बीच सात चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक दल और समाजवादी पार्टी के अखिलेश धड़े के बीच गठबंध के बावजूद बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा.

केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद जिस तरह से बीजेपी को दिल्ली और बिहार में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है, वैसे में उत्तर प्रदेश का चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. मुख्यमंत्री चेहरे को सामने न लाकर एक बार फिर बीजेपी ने पीएम मोदी के चेहरे पर दांव खेला है. इसका कितना फायदा उसे इन चुनावों में मिलेगा वह 11 मार्च को सामने आ ही जाएगा.

ये होंगे चुनावी मुद्दे

इस बार उत्तर प्रदेश चुनावों में समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के अलावा प्रदेश की कानून व्यवस्था, सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी और विकास का मुद्दा प्रमुख रहने वाला है. जहां एक ओर बीजेपी और बसपा प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर अखिलेश सरकार को घेर रही हैं, वहीँ विपक्ष नोटबंदी के फैसले को भी चुनावी मुद्दा बना रहा है.

यूपी विधानसभा में कुल 403 सीटें हैं. 2012 के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी ने 224 सीट जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी. पिछले चुनावों में बसपा को 80, बीजेपी को 47, कांग्रेस को 28, रालोद को 9 और अन्य को 24 सीटें मिलीं थीं.

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