देहरादून। केदारघाटी में रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो गया है। दरअसल केदारघाटी में अपनी मर्जी से ठहरे 78 लोगों को एमआई-17 के जरिए गुप्तकाशी पहुंचाया गया है। 31 जुलाई को हुई भारी बारिश की वजह से केदारघाटी में भीषण त्रासदी आई थी, जिससे हजारों यात्री विभिन्न पड़ावों पर फंस गए थे। इसके तहत 200 से अधिक व्यक्तियों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित निकाला गया।
बता दें कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर 31 जुलाई की रात आई आपदा बाद से विभिन्न स्थानों के साथ धाम में फंसे व रुके यात्रियों और स्थानीय लोगों के रेस्क्यू में भारतीय वायु सेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टर व चिनूक ने अहम भूमिका निभाई है। एमआई-17 ने चारधाम हेलिपैड से केदारनाथ के लिए दो शटल कीं और 78 यात्री व स्थानीय लोगों को वापस लाया। इन लोगों में 13 बीमार भी थे, जिन्हें उपचार दिया जा रहा है।
सेना के अधिकारियों का कहना है कि आपदा के बाद से केदारनाथ में रुके आखिरी व्यक्ति को भी रेस्क्यू कर लिया गया है। इसके अलावा हेलिकॉप्टर से साढ़े चार टन राशन, सब्जी, दवा और अन्य जरूरी सामग्री के साथ ही डेढ़ हजार किलो चारा भी पहुंचाया गया। रविवार दोपहर बाद एमआई-17 हेलिकॉप्टर केदारनाथ से लौटकर नई दिल्ली रवाना हो गया।
विंग कमांडर शैलेश सिंह ने बताया कि एक अगस्त को चिनूक व एमआई-17 गौचर पहुंचे थे। इस पूरे अभियान में भारतीय वायुसेना ने आखिरी व्यक्ति की मदद की है। उन्होंने बताया कि चिनूक हेलिकॉप्टर से एक्सीक्वेटर मशीन धाम पहुंचाई जानी है।