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अंकिता हत्याकांड : अब बढ़ेगी विधायक रेनू की मुश्किलें!

कोटद्वार। उत्तराखंड के जनमानस को झकझोरने वाले बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट की मुश्किलें बढ़ने जा रही हैं। यहां के अधिवक्ता प्रवेश रावत ने यमकेश्वर विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के लिए पत्र दाखिल किया है। उनका कहना है कि अंकिता की हत्या के बाद सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने के इरादे से रेनू ने वनंत्रा रिजॉर्ट में बुलडोजर चलवा दिया था
अधिवक्ता प्रवेश रावत ने बताया कि अंकिता हत्याकांड में कोटद्वार विधायक रेनू बिष्ट को आरोपी बनाए जाने को लेकर एसएसपी पौड़ी और कोटद्वार न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी को प्रार्थना पत्र दिया है। हालांकि एसएसपी ने पत्र को अस्वीकार कर दिया था, लेकिन कोटद्वार न्यायिक मजिस्ट्रेट ने प्रार्थना पत्र को स्वीकार कर लिया है। अब मामले की सुनवाई 18 अक्टूबर को होगी।
अधिवक्ता प्रवेश रावत ने बताया कि यमकेश्वर विधायक ने प्रशासन की अनुमति के बिना वनंत्रा रिजॉर्ट में अंकिता के कमरे को बुलडोजर से तुड़वा दिया था। यह अंकिता हत्याकांड में अभियुक्त का सहयोग करते हुए रिजॉर्ट को तोड़ा गया और अंकिता का कमरा भी ध्वस्त कर दिया गया। अंकिता के कमरे में हत्या के सबूत हो सकते थे। रिजॉर्ट के कमरे सील कराने के बजाय यमकेश्वर विधायक ने अभियुक्त के साथ देते हुए साजिश के तहत इस कार्य को अंजाम दिया।
प्रवेश रावत ने कोर्ट से मांग की कि उन दोषियों को भी हत्याकांड के दायरे में लाया जाना चाहिए जिन्होंने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की है और उन पर भी मुकदमा कायम होना चाहिए। उनके प्रार्थना पत्र को स्वीकार करते हुए कोटद्वार न्यायालय ने 18 अक्टूबर को तारीख मुकर्रर की है। साथ ही   तहसीलदार को निर्देश दिया गया है कि हत्याकांड के साक्ष्य न्यायालय में प्रस्तुत करें।
गौरतलब है कि 19 साल की अंकिता भंडारी पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में स्थित वनंत्रा रिसोर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी। ये रिजॉर्ट भाजपा के बड़े नेता विनोद आर्य के छोटे बेटे पुलकित आर्य का था। पुलकित आर्य ने अंकिता भंडारी पर दबाव बनाया था कि वो रिजॉर्ट में आने वाले ग्राहकों के साथ गलत काम करे, लेकिन अंकिता भंडारी ने ऐसा करने से साफ इंकार कर दिया था और नौकरी छोड़ने का फैसला भी ले लिया था। 

इसी बात को लेकर अंकिता भंडारी और पुलकित आर्य के बीच बहस भी हुई थी और 18 सितंबर देर शाम को पुलकित ने उसकी हत्या कर दी। पुलकित आर्य के इस घिनौने कृत्य में उसके दो मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता ने उसका साथ दिया था। अंकिता की लाश 24 सितंबर को चीला नहर से मिली थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को 23 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया था। अभी तीनों आरोपी पौड़ी जेल में बंद है।

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