नई दिल्ली। कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर मामले को लेकर देशभर में लोगों के भीतर गुस्सा है। कई जगहों पर डॉक्टर इस मामले को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। कोलकाता के जिस आरजी कर अस्पताल में यह हादसा हुआ वहां देर रात प्रदर्शन कर रहे लोगों पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया। ना सिर्फ डॉक्टरों के साथ मारपीट की गई बल्कि अस्पताल में तोड़फोड़ भी की गई। इस घटना को लेकर केंद्र सरकार सख्त हो गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी सरकारी अस्पतालों के लिए एक बड़ा निर्देश जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि परिसर में कर्मचारियों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई भी हिंसा होने पर छह घंटे के भीतर पुलिस में शिकायत दर्ज करानी होगी। शुक्रवार सुबह जारी एक संक्षिप्त नोटिस में कहा गया है कि अगर निर्धारित समय के भीतर ऐसी कोई शिकायत नहीं की जाती है तो संबंधित संस्थान के प्रमुख को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
दरअसल, हड़ताली डॉक्टरों की यह सबसे प्रमुख मांग थी कि केंद्र सरकार उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक कानून पास करे। उनके अनुसार आए दिन कहीं न कहीं डॉक्टरों के साथ मारपीट की जाती रहती है। उनके जानमाल के साथ खिलवाड़ किया जाता है। ऐसे में डॉक्टरों की मांग थी कि एक कानून के जरिए केंद्र सरकार पूरे देश में डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए उचित कानून बनाए। हड़ताली डॉक्टरों ने इसके लिए केंद्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्री को पत्र भी लिखा था।