महेंद्र सिंह धोनी के बचपन के कोच केशव बनर्जी ने सोमवार को यहां कहा कि तीन महीने में होने वाली चैम्पियंस ट्रोफी भारत के इस सबसे सफल क्रिकेट कप्तान के भविष्य का फैसला करेगी।
बनर्जी ने एक अंडर-14 टूर्नमेंट के लांच के दौरान कहा, ‘फिलहाल उसका पूरा ध्यान चैम्पियंस ट्रोफी पर है। अगर वह वहां सफल होता है तो मुझे लगता है कि वह विश्व कप 2019 तक खेलेगा।’
बनर्जी का मानना है कि सफलता के प्रतिशत में गिरावट के बावजूद दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर में से एक धोनी अब भी काफी चतुर हैं।
कोच ने कहा, ‘यह नैसर्गिक है कि आयु बढ़ने के साथ आप उसी स्ट्राइक रेट के साथ रन नहीं बना सकते। लेकिन उसकी इच्छा शक्ति और खेल का आकलन करने की क्षमता दो ऐसी चीजे हैं जो उसे विशेष बनाती हैं।
चैम्पियन्स ट्रोफी से पहले खुद को लय में रखने के लिए वह घरेलू वनडे टूर्नमेंट विजय हजारे ट्रोफी खेल रहा है।’
वर्ष 2014 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहकर सबको हैरान करने वाले धोनी ने जनवरी में भारत की सीमित ओवरों की टीम की कप्तानी भी छोड़ दी थी।
इंडियन प्रीमियर लीग 10 के लिए जिस तरह राइजिंग पुणे सुपर जायंट्स ने धोनी को कप्तानी से हटाया उससे भी बनर्जी नाखुश हैं।
उन्होंने कहा, ‘मुझे यह टीम के मालिकों का फैसला लगता है क्योंकि धोनी के पास इस सत्र में खेलने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है।’