देहरादून। भारत का मिशन चंद्रयान आज इतिहास रचने के लिए तैयार है। इसरो (ISRO) का चंद्रयान 3 का लैंडर विक्रम शाम को चंद्रमा की सतह पर उतरेगा। सफल लैंडिंग होने पर भारत धरती के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश होगा। ऐसा कर भारत बनकर इतिहास रच देगा। लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से वाले मॉड्यूल के बुधवार को शाम 6 बजकर 04 मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र के निकट सॉफ्ट लैंडिंग करने की उम्मीद है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम बुधवार को को शाम 6.04 मिनट पर चंद्रमा की सतह पर उतरेगा। सभी आवासीय स्कूलों के छात्र लाइव प्रसारण देखेंगे। समग्र शिक्षा के अपर राज्य परियोजना निदेशक डाॅ. मुकुल कुमार सती की ओर से सभी सीईओ को निर्देश जारी किया गया कि इसके लिए स्कूलों में लाइव प्रसारण की व्यवस्था कर ली जाए।
अपर राज्य परियोजना निदेशक की ओर से जारी निर्देश में कहा गया कि इस अभूतपूर्व कार्य को देश के समस्त छात्र-छात्राओं एवं जनमानस तक पहुंचाने के लिए इसरो ने वेबसाइट, यू-ट्यूब चैनल और डीडी नेशनल पर लाइव प्रसारण की घोषणा की है, जो पूरे देश के लिए गौरव का अवसर है। विक्रम लैंडर के लिए चंद्रमा की स्तर पर उतरने का समय शाम का समय है, इस अवधि में स्कूल बंद रहेंगे।
राज्य में आपदा को देखते हुए इस समय स्कूल खोलने व्यावहारिक दृष्टि से संभव नहीं हैं। प्रदेश के सभी सीईओ को निर्देश दिया गया कि राजीव गांधी आवासीय विद्यालय, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय एवं सभी आवासीय स्कूलों में इसके लिए लाइव प्रसारण की व्यवस्था की जाए। छात्र-छात्राओं, अभिभावकों को घर पर लाइव प्रसारण देखने के लिए प्रेरित किया जाए।