देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा में अधिक भीड़ आने की वजह से पिछले दिनों में व्यवस्था काफी चरमरा गई थी। ऐसे में प्रशासन सख्त हो गया है। लिहाजा मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव ने समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों से कहा कि चारधाम में भीड़ और यातायात प्रबंधन पर विशेष फोकस किया जाए। इसके साथ ही फेक न्यूज के जरिए चारधाम यात्रा को बदनाम करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए चारों धामों में प्रतिदिन के लिए जो क्षमता निर्धारित की गई है, उसके अनुसार ही दर्शन के लिए भेजे जाएं। रजिस्ट्रेशन की व्यवस्थाओं को और मजबूत बनाया जाए। श्रद्धालुओं का चार धाम यात्रा हेतु रजिस्ट्रेशन होने पर ही चेक प्वाइंट से आगे जाने दें। परिवहन विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग को संयुक्त रूप से चेक पोस्ट पर चेकिंग करने के निर्देश दिए। आगामी तीन दिनों तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन रोक दिए जाए। यह सुनिश्चित हो कि चार धाम यात्रा नियमों के अनुरूप ही चले।
वीआईपी दर्शन पर 31 मई तक रोक: चारधाम में उमड़ रही भीड़ को देखते हुए वीआईपी दर्शन पर रोक बढ़ा दी गयी है। यह रोक 31 मई 2024 तक रहेगी। इस दौरान केवल वही लोग वीआईपी दर्शन कर सकेंगे, जिनके लिए सरकार की ओर से प्रोटोकॉल जारी किया जाएगा।
सोशल मीडिया के लिए रील्स बनाने पर लगा बैन: चारधाम मंदिर के 50 मीटर के दायरे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मस के लिए रील बनाने, वीडियोग्राफी करने पर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है। ऐसे में अगर भक्त या यात्री अगर चारधाम मंदिर के 50 मीटर के दायरे में फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी और रील्स बनाते हुए नजर आते हैं तो उनके खिलाफ प्रशासन के द्वारा सख्त एक्शन लिया जाएगा।
दर्शन करने के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी: धामों में दर्शन को आसानी से कराने के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को शुरू किया गया है। सभी भक्तों के लिए रजिस्ट्रेशन करना जरूरी है। चारधाम में उन्हीं भक्तों को दर्शन करने की इजाजत दी जाएगी जिन्होंने पहले से ही रजिस्ट्रेशन करवाया हुआ है। इसके साथ ही बीमारी से ग्रसित लोगों और बुजुर्ग लोगों को अपनी यात्रा शुरू करने से पहले अपनी मेडिकल जांच करानी होगी।
पिछले साल से दोगुने यात्री पहुंचे: चारधाम यात्रा पूरे चरम पर चल रही है। इस बार बहुत ज्यादा संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आ रहे हैं। पिछले वर्ष की तुलना में अबकी बार दोगुने श्रद्धालु पहुंचे हैं। चारधाम की यात्रा के लिए अबतक 26 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन करा चुके है। वहीं लगभग 3 लाख से अधिक लोग चारधाम के दर्शन कर चुके हैं। चारधाम की यात्रा के शुरू होने के बाद से अब तक 11 लोगों की मौत भी हो चुकी है। मरने वाले 4 लोगों में डायबिटीज के साथ-साथ ब्लड प्रेशर की भी शिकायत थी।