ऋषिकेश। 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2025 का आगाज होगा। हमेशा की तरह चारधाम यात्रा में यात्रियों की सुख सुविधा के लिए शासन-प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। प्रशासन का कहना है कि 15 अप्रैल तक सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर दी जाएंगी। इस वर्ष 60 प्रतिशत पंजीकरण ऑनलाइन और 40 प्रतिशत ऑफलाइन होंगे। पहले 15 दिन तक हरिद्वार और ऋषिकेश में 24 घंटे किए जाएंगे। 15 दिन बाद यात्रियों की भीड़ के हिसाब से ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा का समय निर्धारित किया जाएगा।
चारधाम यात्रा प्रबंधन एवं नियंत्रण संगठन ने ट्रांजिट कैंप में संबंधित जनपदों के डीएम व एसपी सहित तीर्थ पुरोहितों व विभिन्न संगठनों के साथ बैठक की। इस दौरान चारधाम यात्रा को सफल बनाने के लिए सुझाव भी लिए गए। गढ़वाल आयुक्त व चारधाम यात्रा प्रबंधन एवं नियंत्रण संगठन के अध्यक्ष विनय शंकर पांडेय ने कहा कि पिछले वर्ष ऑनलाइन पंजीकरण देर से शुरू होने पर काफी दिक्कतें आई थीं।
इसे देखते हुए प्रशासन ने इस बार अगले सप्ताह से ऑनलाइन पंजीकरण शुरू किए जाने का निर्णय लिया है। परिवहन विभाग ने निजी वाहनों का भी ग्रीन कार्ड बनाने का सुझाव दिया। ऑनलाइन पंजीकरण वेबसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ के माध्यम से कराए जाएंगे।
शुरुआती एक माह में VIP दर्शन पर रोक:-
इसके अलावा यात्रा शुरू होने के पहले माह में किसी भी प्रकार के वीआईपी, वीवीआईपी दर्शन पर रोक रहेगी। यदि कोई वीआईपी दर्शन करने जाएगा तो वह नियम अनुसार सामान्य व्यक्ति की तरह दर्शन करेगा। इस संबंध में देश के सभी स्टेट के मुख्य सचिव को पत्र भेजकर अवगत कराया जाएगा।
धामों में तैनात की जाएगी फोर्स:-
वहीं, ट्रैफिक की व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे, इसके लिए पूरे चारधाम यात्रा को सेक्टर में विभाजित किया जाएगा। प्रत्येक 10 किमी के सेक्टर में दोपहिया वाहन पर चीता पुलिस गश्त करेगी। जो ट्रैफिक को नियंत्रित करने के साथ किसी भी अप्रिय घटना की सूचना तत्काल संबंधित अधिकारियों को भी देगी। इसके अलावा चारों धाम में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की जाएगी। किस धाम में कितनी फोर्स की आवश्यकता है? इसका आकलन कर फोर्स यात्रा शुरू होने से पहले उपलब्ध करा दी जाएगी।
गढ़वाल कमिश्नर ने बताया कि चारों धामों में पर्याप्त मात्रा में बायो टॉयलेट की व्यवस्था रहे, इसका भी इंतजाम किया गया है। बिजली और मोबाइल नेटवर्क की कनेक्टिविटी बनी रहे, इसकी भी व्यवस्था की गई है। सभी जिले के डीएम और एसपी अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करेंगे और यात्रा में व्यवस्थाओं को दुरुस्त बनाने का प्रयास करते रहेंगे। इसके निर्देश दिए गए हैं।