नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल की मुसीबतें उनका साथ नहीं छोड़ रहीं. पहले दिल्ली की सत्ता गई। खुद अपनी सीट भी गंवा बैठे। अब शीशमहल कांड भी उनका पीछा नहीं छोड़ रहा। ‘शीशमहल’ कांड में अरविंद केजरीवाल कानूनी पचरे में फंसते दिख रहे हैं. उनके खिलाफ जांच बैठ गई है।
‘शीशमहल’ के लिए भ्रष्टाचार के आरोप
दरअसल दिल्ली बीजेपी के नेता विजेंद्र गुप्ता ने चार सरकारी संपत्तियों को मिलाकर एक करने और इसके अंदरूनी स्वरूप को ‘शीशमहल’ बनाने का आरोप लगाया था। उन्होंने शिकायत में आरोप लगाया कि केजरीवाल ने 40,000 वर्ग गज (आठ एकड़) भूमि पर एक भव्य ‘‘महल’’ का निर्माण करने के लिए भवन नियमों का उल्लंघन किया है। इसके साथ ही गुप्ता ने अपनी दूसरी शिकायत में 6, फ्लैग स्टाफ रोड स्थित बंगले की मरम्मत और आंतरिक साज-सज्जा पर ‘‘जरूरत से अधिक खर्च’’ किए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने बंगले में आलीशान सुविधाओं पर करदाताओं के करोड़ों रुपये खर्च किए जाने और ‘‘बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताओं’’ का भी आरोप लगाया।
जांच के आदेश जारी
इन शिकायतों का संज्ञान लेते हुए सेंट्रल विजिलेंस कमीशन (CVC) ने CPWD को जांच के आदेश दिए हैं। एक फैक्ट रिपोर्ट तैयार की जाएगी और उसे सामने रखा जाएगा।