देहरादून। महिलाओं से अभद्रता में अगर पुलिसकर्मियों की संलिप्तता सामने आई तो खैर नहीं। पिछले पांच महीने के महिला अपराध के आंकड़े देखें तो साफ पता चलता है कि उत्तराखंड में इस तरह के मामले दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। लगातार बढ़ते इन मामलों ने पुलिस अधिकारियों के चिंताएं बढ़ी दी हैं। ऐसे में अपराधों के खिलाफ उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में डीजीपी ने सभी जिला प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि महिला सुरक्षा उत्तराखंड पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है।
डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि अगर पुलिसकर्मी महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करते हैं या अनैतिक गतिविधियों में पुलिस बल की संलिप्तता पाई जाती है, तो ऐसी घटनाओं से एक तरफ जहां पूरे पुलिस विभाग की छवि धूमिल होगी, वहीं दूसरी तरफ इससे आम जनता के बीच और महिलाओं में प्रतिकूल संदेश भी जाता है। साथ ही पुलिस की कार्यप्रणाली भी प्रभावित होती है।
डीजीपी अभिनव कुमार ने सभी जिला प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि महिला सुरक्षा उत्तराखंड पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। ऐसे आरोपियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ जांच के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
बता दें बीते दिनों पहले पंतनगर के थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह डांगी द्वारा एक युवती से अश्लील बातचीत करने का ऑडियो वायरल हुआ था। ऑडियो वायरल होने के बाद किच्छा विधायक तिलक राज बेहड़ ने डीजीपी अभिनव कुमार से थाना प्रभारी की लिखित शिकायत की थी। इस मामले में पीड़ित युवती के बयान लेने के बाद थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया था। गुरुवार को किच्छा विधायक तिलक राज बेहड़ ने निलंबित थाना प्रभारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था।