काशीपुर। उधमसिंह नगर जिले के काशीपुर के पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा के एक बयान से सियासत गरमा गई है। उन्होंने महिलाओं एवं छात्राओं के प्रति पुरुषों की बढ़ रही घृणित सोच को भारतीय संस्कृति के विपरीत बताया। उन्होंने यह भी कहा है कि इस तरह की घटनाओं के प्रति कहीं न कहीं महिलायें भी जिम्मेदार हैं जो कि उनके द्वारा अपनाई जा रही पश्चिमी सभ्यता की पोषक है। उधर, हरभजन सिंह चीमा के इस पर विवादित बयान पर कांग्रेस ने घेरा है तो वहीं बीजेपी ने बयान से खुद को अलग किया है।
दरअसल, काशीपुर के पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा के कार्यालय की ओर से मीडिया को एक विज्ञप्ति जारी की गई है। जिसके माध्यम से उन्होंने दुष्कर्म के मामलों में इजाफे पर चिंता व्यक्त करते हुए महिला और छात्राओं के प्रति पुरुषों की बढ़ रही घृणित सोच को भारतीय संस्कृति के विपरीत बताया है। इतना ही नहीं उन्होंने इन घटनाओं के बढ़ने के पीछे कहीं न कहीं महिलाओं की ओर से पश्चिमी सभ्यता के पहनावे को जिम्मेदार ठहराया है।
पूर्व विधायक हरभजन चीमा ने सलाह देते हुए कहा कि महिलाओं और छात्राओं को अपने देश की संस्कृति व सभ्यता के अनुरूप अंग वस्त्र धारण करना चाहिए. साथ ही उन्होंने इसके लिए अभिभावकों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि उन्हें अपने परिवार की महिलाओं और बालिकाओं को भारतीय संस्कृति के मुताबिक वस्त्र धारण कराना चाहिए.
वहीं, पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा ने सभी स्कूल प्रबंधकों से अपील की है कि वो छात्राओं की पोशाक में भारतीय संस्कृति के अनुरूप परिवर्तन लाएं. साथ ही कहा है कि समाज के सभी वर्गों को इस दिशा में आगे आना चाहिए, तभी इस घृणित कृत्य में कमी आ सकती है।
बीजेपी के पूर्व विधायक हरभजन चीमा के इस बयान पर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस ने इसे बीजेपी की महिलाओं के प्रति कुंठित सोच बताया है। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने बयान जारी करते हुए कहा है कि पूर्व विधायक हरभजन चीमा का बयान बीजेपी की रीति-नीति और समाज के प्रति बीजेपी की सोच को प्रदर्शित करता है। गरिमा दसौनी ने कहा कि महिला अपराधों में ज्यादातर दुष्कर्म नाबालिगों के साथ हो रहे हैं। ऐसे में पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा और भारतीय जनता पार्टी बताएं कि नाबालिग बच्चियों को आखिर क्या पहनाया जाए? ताकि, उन मासूमों के साथ इस तरह का कृत्य ना हो।