नई दिल्ली: वायुसेना ने अपने 50 मिग-21 लड़ाकू विमानों के बेड़े को अस्थायी रूप से सेवा से हटा दिया है। हाल ही में राजस्थान में मिग-21 एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया था, इस हादसे में 3 लोगों की जान चली गई थी। हालांकि ये रोक स्थाई तौर पर नहीं लगाई गई है। वायु सेना ने ने मिग -21 लड़ाकू विमानों के पूरे बेड़े को तब तक के लिए रोक दिया है जब तक कि राजस्थान में हुए हादसे की जांच पूरी नहीं हो जाती।
हनुमानगढ़ की घटना के बाद सोवियत मूल के मिग-21 विमान फिर से चर्चा में आ गए थे। 1960 के दशक की शुरुआत में मिग-21 को पेश किए जाने के बाद से अब तक लगभग 400 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं.लंबे समय तक मिग-21 भारतीय वायुसेना का मुख्य आधार हुआ करते थे। भारतीय वायुसेना ने अपने समग्र युद्ध कौशल को बढ़ाने के लिए 870 से अधिक मिग-21 लड़ाकू विमान खरीदे थे।