जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर शहर में बीती रात दो समुदायों के बीच हिंसक झड़पें हुई। जालोरी गेट पर झंडा उतार फेंकने व दूसरा झंडा लगाने को लेकर ये सारा विवाद शुरू हुआ। इसके अलावा ईद की नमाज को लेकर चौराहे तक लाउडस्पीकर लगाने को लेकर नाराज लोगों का हुजूम एकत्र हो गया। लोगों ने नारेबाजी करते हुए झंडे बैनर हटा दिए । इस दौरान इसका विरोध भी हुआ । दूसरा पक्ष भी सक्रिय हो गया था। चौराहे पर कई गाड़ियों के कांच फोड़ दिए गए और पथराव हुआ। इसके बाद दोनों तरफ पथराव होना शुरू हो गया। पुलिस ने लाठीचार्ज कर हालात काबू में किए। पथराव में डीसीपी भुवन भूषण यादव, एसएचओ अमित सिहाग सहित चार पुलिसकर्मी व कुछ मीडियाकर्मी भी घायल हुए हैं। इसके साथ ही इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया।
जानकारी के मुताबिक विवाद की शुरुआत शहर के बालमुकंद बिस्सा सर्कल पर लगे एक झंडे को हटाए जाने व वहां दूसरे समुदाय का झंडा फहराने से हुई। जब कुछ लोगों ने इस पर आपत्ति ली तो दोनों पक्षों के युवकों में झड़प हो गई। देखते-देखते पथराव शुरू हो गया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने लाठियां भांजकर भीड़ को खदेड़ा। घटना स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। जोधपुर जिला प्रशासन ने त्योहार के मौके पर तनाव और न फैले इसलिए एहतियात के तौर पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। दोनों समुदायों के प्रमुख लोगों ने भी जनता से शहर में शांति बनाए रखने की अपील की है। जोधपुर प्रशासन ने मंगलवार सुबह पढ़ी जाने वाली ईद की नमाज के लिए सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी है।