कोटद्वार। आदर्श इंटर कॉलेज सतपुली में आज शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार और समग्र शिक्षा अभियान के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय अविष्कार अभियान (RAA) के अंतर्गत जिला स्तरीय गणित-विज्ञान क्विज, विज्ञान ड्रामा एवं मॉडल प्रतियोगिता (प्रारंभिक एवं माध्यमिक) का आयोजन हुआ। 15 ब्लॉकों की टीमों के बीच हुए इस ज्ञान-विज्ञान के महासंग्राम में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मुस्याखांद (नैनीडांडा) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रारंभिक स्तर पर गणित-विज्ञान क्विज में प्रथम स्थान हासिल किया।
विकास क्षेत्र नैनीडांडा के इस सरकारी स्कूल की टीम ने छह राउंड की मुश्किल प्रतियोगिता में अक्षित रावत, अंशु रावत और पीयूष कंडारी ने अपने प्रधानाध्यापकगबर सिंह बिष्ट के नेतृत्व में जिले को चौंकाया। हैरानी की बात यह है कि यह विद्यालय पिछले वर्ष भी इसी प्रतियोगिता का चैंपियन रहा है। प्रधानाध्यापक बिष्ट ने बताया, “हमारे बच्चे संसाधनों के अभाव में भी हार नहीं मानते। यह जीत उनकी मेहनत और शिक्षकों के सामूहिक प्रयासों का नतीजा है।”
इस विद्यालय का रिकॉर्ड सिर्फ क्विज तक सीमित नहीं। पिछले वर्ष 6 में से 5 छात्रों ने डॉ. शिवानंद नौटियाल छात्रवृत्ति, NMMSS राष्ट्रीय छात्रवृत्ति और श्रीदेव सुमन छात्रवृत्ति में सफलता पाई। इसी वर्ष कक्षा 6 के 6 छात्रों ने मुख्यमंत्री मेधावी छात्रवृत्ति जीती। प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति परीक्षाओं में यहाँ की 80% से अधिक सफलता दर है। बिष्ट के नेतृत्व में यह स्कूल शैक्षिक उत्कृष्टता का प्रतीक बन गया है। 2019 में राज्यपाल पुरस्कार और 2021 में शैलेश मटियानी शैक्षिक उत्कृष्टता पुरस्कार (उत्तराखंड का सर्वोच्च शैक्षिक सम्मान) से सम्मानित इस शिक्षक ने कहा, “हमारा लक्ष्य गाँव के हर बच्चे को शिक्षा के जरिए आत्मनिर्भर बनाना है।”
जिस इलाके में बुनियादी सुविधाओं का अकाल है, वहाँ के बच्चों ने साबित किया कि प्रतिभा संसाधनों की मोहताज नहीं होती। मुस्याखांद विद्यालय की यह सफलता न सिर्फ जिले बल्कि प्रदेश के लिए एक मिसाल है कि शिक्षकों का समर्पण और विद्यार्थियों का जज्बा कैसे व्यवस्थाओं को चुनौती दे सकता है।