मौत की डगर
- बाणसागर नहर में बस गिरने से मरने वालों में ज्यादातर युवा, रेलवे की परीक्षा देने जा रहे थे सतना
- सड़क खराब होने और जाम के कारण ड्राइवर ने सफर जल्दी तय करने के लिये बदला था निर्धारित रूट
सीधी। मध्यप्रदेश के सीधी में आज मंगलवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। 32 सीटर बस में 54 यात्रियों को ठूंस ठूंसकर भरा गया था। संकरे रास्ते जा रही बस को चालक संभाल नहीं पाया और बस बाणसागर नहर में गिर गई। अब तक 42 शव मिल चुके हैं। सात यात्रियों को बचा लिया गया है। ड्राइवर खुद तैरकर बाहर आ गया। उसे हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों ने मृतकों की संख्या 45 से ज्यादा होने की आशंका जताई है। कुछ शवों के बह जाने की बात भी सामने आई है।
मिली जानकारी के अनुसार सीधी में नहर में गिरी जबलनाथ ट्रैवल्स की बस छुहिया घाटी से होकर रोजाना सतना के लिए जाती थी। आज मंगलवार की सुबह जाम लगे होने से ड्राइवर ने बस का रूट बदलकर नहर का रास्ता पकड़ और यह हादसा हो गया। आज मंगलवार को रेलवे एनटीपीसी का एग्जाम था। रीवा और सतना में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। 54 सवारियों में ज्यादातर युवा ही थे, वे परीक्षा देने रीवा और सतना जा रहे थे।
नेशनल हाईवे-39 स्थित छुहिया घाटी में जगह-जगह गड्ढे और पत्थर पड़े होने की वजह से हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है। यहां घंटों जाम में वाहन फंसे रहते हैं। इसी कारण डाइवर ने बस को जल्दी ले जाने के चक्कर में रूट बदल दिया। सात लोगों को बचाया जा चुका है। जिसमें तीन लड़कियां और चार लड़के हैं। इन सात लोगों में से कुछ को रीवा और कुछ को सतना भेजा गया है। इनके माता पिता भी बस में थे। उनके शव निकाले जा रहे हैं।