हल्द्वानी। बनभूलपुरा हिंसा में आठ फरवरी को एक अवैध मदरसे और नमाज के लिए बनाई जा रही इमारत पर नगर निगम ने बुलडोजर चलाया था। इसके बाद से स्ठानीय लोगों ने पुलिस और निगम की टीम पर हमला कर दिया था। इसमें छह लोगों की जान चले गई। हल्द्वानी में इंटरनेट सेवाएं बंद की गई है।
जांच के आदेश जारी…
राज्य सरकार ने एक्शन लेते हुए हिंसा की मजिस्ट्रेट जांच कराने का आदेश दिया है। जांच की जिम्मेदारी कुमाऊं कमिश्नर को दी गई है। इसके साथ ही 15 दिन में रिपोर्ट सौंपने के आदेश भी दिए गए हैं।
उपद्रवियों पर लगाया जाएगा यूएपीए और एनएसए…
डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि उपद्रवियों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस चुन-चुनकर इनके खिलाफ यूएपीए और एनएसए के तहत कार्रवाई करेगी। जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया, वह साजिश की ओर इशारा कर रहा है। कहा कि इसकी जांच की जाएगी।
दुकानें खुली, लेकिन स्कूल बंद…
आज हल्द्वानी शहर के बाहरी इलाके में दुकानें खुलीं, लेकिन स्कूल बंद हैं। एडीजी एपी अंशुमन ने बताया कि प्रभावित क्षेत्र में लगातार गश्त की जा रही है और स्थिति नियंत्रण में है। अधिकारी ने बताया कि गुरुवार की हिंसा में शामिल पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं।
एडीजी ने यह भी बताया कि भले ही इलाके में कर्फ्यू लागू है, लेकिन बनभूलपुरा क्षेत्र के निवासियों की सुविधा का पूरी तरह से ध्यान रखा जा रहा है। लोगों को समय-समय पर आवश्यक चीजें खरीदने की अनुमति दी जा रही है।
19 नामजद और 5000 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज…
एसएसपी नैनीताल पीएन मीना का कहना है कि पुलिस ने 19 नामजद और 5000 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और उनकी गिरफ्तारी शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि कई लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। इसके साथ ही उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।