देहरादून। प्रदेश सरकार की नई शराब नीति का विरोध शुरू हो गया है। महिला कांग्रेस ने सड़कों पर उतर कर इसका विरोध किया। महानगर महिला कांग्रेस की अध्यक्ष उर्मिला थापा ने आज भाजपा सरकार का पुतला दहन करते हुए बताया कि नई शराब नीति के तहत घर में ही बार खोलने का लाइसेंस दिया जा रहा है।
महिला कांग्रेस की महानगर अध्यक्ष उर्मिला थापा ने कहा कि कि प्रदेश सरकार की नई शराब नीति 2023-24 के तहत घरों में बार खोले जाने के लाइसेंस दिए जा रहे हैं, लेकिन यही भाजपा सरकार बेरोजगारों को रोजगार नहीं दे पा रही है। लेकिन शराब के लाइसेंस बाटें जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार युवाओं को शराब का आदि बनाना चाहती है, ताकि बेरोजगार पढ़ना लिखना और रोजगार की बात करना भूल जाएं।
महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ने कहा कि इस नीति से लोगों के घरों में ग्रह कलेश बढ़ने के साथ-साथ तनाव का माहौल भी बनेगा। महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं का कहना है कि घर पर ही बार खोले जाने को लेकर 12 हजार रुपए फीस के रूप में चुकाने होंगे और कुछ शर्तों का सामना करना पड़ेगा, ऐसे में सरकार को यह नीति वापस लेनी चाहिए, क्योंकि शराब का चलन बढ़ाकर राजस्व अर्जित करना ही मकसद नहीं होना चाहिए। उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से जाना जाता है। इसलिए सरकार कि इस नीति के खिलाफ महिला कांग्रेस जल्द ही मुख्यमंत्री आवास घेराव करने से भी पीछे नहीं हटेगी।