देहरादून। उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान भारी बारिश के बीच भूस्खलन के कारण मलबा आने से छह स्टेट हाईवे समेत प्रदेश की 96 सड़कें बंद हो गईं। इनमें सबसे ज्यादा 47 ग्रामीण सड़कें शामिल हैं। हालांकि, लोक निर्माण विभाग ने 24 सड़कों को खोल दिया है। अब भी 72 सड़कें बंद हैं और उन्हें खोलने के लिए मशीनरी मौके पर तैनात है। लेकिन लगातार हो रही बारिश के कारण इन्हें खोलने में परेशानी हो रही है।
वहीं जोशीमठ में भारी बारिश के चलते पगनो गांव में एक बार फिर से गांव के ऊपर से मलबा और पानी आने से लोग दहशत में है। पिछले वर्ष से गांव के ऊपर से लगातार भूस्खलन हो रहा है। यहां 11 सरकारी व निजी भवन ध्वस्त हो गए थे। कल देर रात को भारी बारिश के चलते लोग घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर निकले। गांव में 53 परिवार खतरे की जद में है।
दूसरी तरफ श्रीनगर में अलकनंदा का जल स्तर बढ़ने से घाटों तक पानी पहुंच गया है। हालांकि जल स्तर खतरे के निशान से काफी नीचे है, लेकिन घाटों के डूबने से लोगों को शव दाह आदि के लिए दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।
उत्तराखंड के कई इलाकों में आज भी भारी से भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र ने कुमाऊं के कुछ जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। केंद्र की ओर से जारी किए गए पूर्वानुमान के मुताबिक कुमाऊं के नैनीताल, बागेश्वर, चंपावत, उधम सिंह नगर, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ भारी से भारी बारिश के आसार हैं। इसके साथ ही गढ़वाल के देहरादून समेत पौड़ी, टिहरी और हरिद्वार जिले में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।