रुड़की। हरिद्वार में पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन और विधायक उमेश कुमार की फायरिंग का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। चैंपियन फिलहाल जेल में बंद हैं। पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के समर्थन में प्रस्तावित गुर्जर महापंचायत को फिलहाल टाल दिया गया है। आज बुधवार को होने वाली गुर्जर समाज की महापंचायत को उन्होंने चिट्टी लिखकर स्थगित करने का निवेदन किया था। इसके बावजूद बड़ी संख्या में गुर्जर समाज के लोग चैंपियन के महल के बाहर इकट्ठा हो गए हैं। ये लोग चैंपियन को जेल से रिहा करने और विधायक उमेश कुमार पर धाराएं बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
दरअसल, कुंवर प्रणव सिंह ने राष्ट्रीय खेलों का हवाला देते हुए खुद जेल से पत्र भेजकर महापंचायत टालने का आग्रह किया है। उनकी पत्नी रानी देवयानी सिंह ने समाज के जिम्मेदारों और समर्थकों के बीच पत्र पढ़कर सुनाया। जिसके बाद महापंचायत टालने का फैसला लिया गया। वहीं चैंपियन के अनुरोध पर इस महापंचायत को स्थगित कर तो कर दिया गया लेकिन ऐसे में बड़ी संख्या में गुर्जर समाज के लोग लंढौरा में पहुंच गए।
हजारों लोग पहुंचे
बढ़ती भीड़ को देखते हुए रंग महल के गेट खोल दिए गए हैं। जिसके साथ ही हजारों की भीड़ महल के अंदर प्रवेश कर गई है। भीड़ को राष्ट्रीय वीर गुर्जर महासभा के अध्यक्ष रविन्द्र सिंह, जगादरी विधायक अर्जुन सिंह, मनीष सिंह तीतरो, रविंदर कुमार सिंह मिरगपुर ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि रंगमहल गुर्जर स्मिता का प्रतीक है, यदि कोई रंगमहल की ओर आंख उठा कर देखेगा। उसे गुर्जर बर्दास्त नहीं करेगा। मौके पर एसपी देहात शेखर सुयाल, सीओ मंगलोर विवेक कुमार, सीओ रुड़की नरेंद्र पन्त समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहे। रंग महल के अंदर हजारों की भीड़ है। भीड़ में खानपुर विधायक उमेश कुमार के प्रति बेहद आक्रोश है।
महापंचायत को टालने का आग्रह
राेशनाबाद में रानी देवयानी ने पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि उनके पति कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने “राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को ध्यान में रखते हुए महापंचायत को टालने का आग्रह किया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी कर रहे हैं, और यह प्रदेश के लिए गर्व का विषय है।” उन्होंने यह भी बताया कि उनके बेटे कुंवर दिव्य प्रताप सिंह का राष्ट्रीय शूटिंग टीम में चयन हुआ है। उन्होंने समाज से अपील करते हुए कहा कि सभी लोग दिव्य प्रताप को आशीर्वाद दें और इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने में योगदान दें।
14 दिन की न्यायिक हिरासत में प्रणव सिंह चैंपियन
दरअसल, गोलीकांड में कोर्ट ने कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था। जबकि उमेश कुमार को जमानत पर रिहा कर दिया गया था। चैंपियन के जेल जाने के बाद गुर्जर समाज ने उनके समर्थन में महापंचायत आयोजित करने की घोषणा की थी। जेल से भेजे गए चैंपियन के पत्र के बाद समाज के लोगों ने भी महापंचायत को स्थगित करने का निर्णय लिया है।
उमेश कुमार ने महल जाकर चैंपियन को ललकारा था
गौरतलब है कि खानपुर के निर्दलीय विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के बीच सोशल मीडिया पर वाद-विवाद चल रहा था। ये विवाद इतना बढ़ा कि 25 जनवरी की रात विधायक उमेश कुमार लंढौरा स्थित चैंपियन के महल पहुंच गए। जो वीडियो वायरल हुए उसमें वो चैंपियन को महल से बाहर निकलने के लिए ललकारते नजर आए। ऐसे आरोप भी लगे कि उन्होंने वहां पिस्टल लहराई।
चैंपियन ने उमेश कुमार के दफ्तर पर की थी फायरिंग
इसके बाद 26 जनवरी की सुबह कुंवर प्रवण चैंपियन ने खानपुर विधायक के ऑफिस जाकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। आरोप लगा कि उन्होंने और उनके समर्थकों ने वहां तैनात उमेश कुमार के समर्थकों की जमकर पिटाई भी की। जब चैंपियन और उनके समर्थक वहां से चले गए, तो उसके बाद वहां पहुंचे विधायक उमेश कुमार को पिस्टल लहराकर चैंपियन को फिर से ललकारते हुए देखा गया था। एक वर्तमान विधायक उमेश कुमार और एक पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन की इस फायरिंग और गाली गलौज वाली भाषा से पूरे उत्तराखंड में हड़कंप मच गया था। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को सीएम धामी से कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहना पड़ा था।