जयपुर। राजस्थान में चूरू जिले के हमीरवास थाना क्षेत्र के एक गांव में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की एक महीने के भीतर मौत हो गई। राजस्थान पुलिस मामले की जांच कर रही है। घर में लगातार रहस्यमय तरीके से आग लग रही है। जिस वजह से पुलिस हैरान और चिंतित है। इस घटना से गांव के लोगों में भी दहशत है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन मौतों के बाद घर में अक्सर आग लगने की घटनाएं हो रही हैं।
थाना प्रभारी मदनलाल विश्नोई ने कहा, पुलिस ने गुरुवार को चार साल के बच्चे की मौत का कारण जानने के लिए उसका शव कब्र से निकलवाया। जिलाधिकारी की अनुमति के बाद शव को बाहर निकाला गया। पोस्टमॉर्टम किया गया और मौत का कारण जानने के लिए विसरा के नमूने जोधपुर की एफएसएल लैब में भेजे गए हैं। एक महीने के भीतर परिवार में तीन रहस्यमयी मौतें हुईं हैं। मरने वालों में भूप सिंह की मां (82) और उनके दो छोटे बेटे हैं।
मदनलाल विश्नोई कहा कि तीनों की उल्टी आने के बाद मौत हो गई, यह जांच का मामला है। पिछले 14 दिनों से घर में अचानक आग लगने के मामले सामने आए हैं, जिसकी जांच हमारी टीम कर रही है। हमने पिछले दो दिनों से घर के बाहर अपनी टीम तैनात कर रखी है, हालांकि तब से आग लगने का कोई मामला सामने नहीं आया है।” मदनलाल विश्नोई कहा कि 1 फरवरी को 82 वर्षीय मां का निधन हो गया। सुबह करीब 6 बजे उसे उल्टी हुई थी। 13 फरवरी को उनके पोते 4 वर्षीय गार्वित को उल्टी हुई। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। फिर 28 फरवरी को गर्वित के 7 वर्षीय भाई अनुराग की भी उल्टी आने के बाद मौत हो गई। घर में आग लगने का सिलसिला 29 फरवरी को तीन मौतों के बाद शुरू हुआ। कभी दीवार पर लटके कपड़े, कभी बिस्तर तो कभी जानवरों के चारे में आग लग जाती है।
अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आग कौन, कैसे और क्यों लगा रहा है। भूप सिंह ने मां और अपने बड़े बेटे का अंतिम संस्कार किया, जबकि छोटे बेटे के शव को दफनाया गया। अधिकारियों ने कहा कि हम शव से सुराग ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं और इसलिए हमने उसे खोदकर निकाला है। एफएसएल की रिपोर्ट का इंतजार है। अचानक लगी आग से न सिर्फ परिवार के लोग बल्कि पूरा गांव दहशत में है। घर का सारा सामान बाहर निकाल लिया गया है। घर के बाहर पानी के टैंकर लगाए गए हैं।