रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड के केदारनाथ पैदल मार्ग पर राहत और बचाव कार्य जारी है। आज सोमवार को पांचवें दिन भी सेना बचाव में लगी हुई है। अभी भी करीब 400 लोग रास्ते में फंसे हुए हैं। सेना के 40 जवान सोनप्रयाग गौरीकुंड के बीच बंद रास्ते को खोलने में जुटे हैं। वहीं सोमवार सुबह 100 लोगों को सुरक्षा बलों की देखरेख में केदारनाथ धाम से लिंनचोली हेलीपैड के लिए रवाना कर दिया गया है। इसके अलावा एनडीआरएफ की टीमें जंगल व मंदाकिनी नदी के आसपास भी लगातार सर्च अभियान चला रही हैं।
केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए शासन-प्रशासन जुटा हुआ है। वहीं रेस्क्यू कार्यों में तेजी लाने के लिए सेना की भी मदद ली जा रही है। वहीं चिनूक और एमआई 17 हेलीकॉप्टर से चारधाम हेलीपैड से यात्रियों को रेस्क्यू किया जा रहा है। लेकिन हेली के लिए मौसम रोड़ा बना रहा है।
गौरतलब दें कि बीते बुधवार को अतिवृष्टि और बादल फटने के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिंचोली, भीमबली, घोड़ापड़ाव और रामबाड़ा सहित कई स्थानों पर मार्ग बह गया था और अन्य जगहों पर पहाड़ी से भूस्खलन और बड़े-बड़े पत्थर आने से मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था। इससे जगह-जगह पर श्रद्धालु फंस गए थे। फंसे श्रद्धालुओं को बाहर निकालने के लिए बृहस्पतिवार सुबह से जमीनी और हवाई मार्ग से बचाव अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में शुक्रवार से भारतीय वायु सेना के चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टर भी जुड़े। अभी तक करीब 10 हजार लोगों को बाहर निकाला जा चुका है।
जिला प्रशासन ने केदारनाथ पैदल मार्ग में फंसे तीर्थ यात्रियों के परिजनों के लिए हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किये हैं। तीर्थयात्रियों के परिजन जानकारी के लिए इन नंबरों हेल्पलाइन नंबर 7579257572, 01364- 233387, 8958757335, 01364-297878, 01364-297879, 918078687829, 917579104738, 01364- 233727, 01364- 2331077 पर संपर्क कर सकते हैं।