रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड में भारी बारिश और बादल फटने से तबाही मची है। टिहरी से लेकर केदारनाथ तक हर जगह तबाही के निशान देखे जा सकते हैं। राज्य के विभिन्न स्थानों पर पिछले दो दिनों में बारिश संबंधी घटनाओं में 14 लोगों की मौत हो गयी और 10 अन्य घायल हो गए, टिहरी के जिस नौताड़ इलाके और केदारनाथ में भी बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है।
केदारनाथ की यात्रा पर आए हजारों श्रद्धालु बदल फटने के कारण अलग-अलग स्थानों पर फंस गए। जिनका रेस्क्यू अभियान जारी है। गुरुवार की रात 11 बजे तक ऑपरेशन चला। वहीं शुक्रवार को एक बार फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है। शुक्रवार को लिंचोली एवं भीमबली से एयर लिफ्ट कर लगभग 480 यात्रियों को रेस्क्यू कर लिया गया है। वहीं गौरीकुंड- सोनप्रयाग के बीच लगभग 1500 यात्रियों को सफल रेस्क्यू किया जा चुका है। इसके साथ ही एनडीआरएफ एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा घायल तीर्थ यात्रियों का उपचार किया जा रहा है।
रेस्क्यू की जानकारी देते हुए गुप्तकाशी की पुलिस उपाधीक्षक हर्षवर्द्धनी सुमन ने बताया कि आज एक बार फिर से हेलीकॉप्टर और मैनुअल रेस्क्यू हुआ हो गया है। अलग-अलग स्थानों पर फंसे यात्री सुरक्षित हैं। कल की तरह आज भी लिंचोली, भीमबली, जंगलचट्टी, गौरीकुंड और सोनप्रयाग में रेस्क्यू कार्य निरन्तर जारी है। एयर लिफ्ट में तेजी लाने के लिए वायु सेना का चिनूक एवं एमआई-17 हेलीकॉप्टर भी शुक्रवार सुबह गौचर पहुंच गए हैं। एमआई-17 ने एक चक्कर लगाकर 10 लोगों को रेस्क्यू कर गौचर पहुंचा दिया है।
बता दें केदारनाथ के पैदल मार्गों में फंसे यात्रियों और स्थानीय लोगों के परिजनों के लिए रुद्रप्रयाग पुलिस ने हेल्पलाइन नम्बर जारी किया है। केदारघाटी में उपजे इन हालातों के कारण नेटवर्क की समस्या रहने और यात्रा पर आए लोगों के परिजनों का आपस में सम्पर्क न होने के कारण पुलिस अधीक्षक ने ये फैसला लिया है। रुद्रप्रयाग पुलिस के कन्ट्रोल रूम के नम्बर 7579257572 और पुलिस कार्यालय में व्यवस्थित लैंडलाइन नम्बर 01364-233387 को हेल्पलाइन नम्बर के तौर पर शुरू किया गया है। इन नम्बरों के व्यस्त रहने पर आपातकालीन नम्बर 112 पर काॅल करके आवश्यक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।