रुड़की। साइबर ठगी के मामले दिनोंदिन बढ़ते जा रहे हैं। साइबर ठग नए-नए तरीके निकालकर लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं। जिसके पीछे सबसे बड़ी वजह लोगों को साइबर अपराध की जानकारी न होना है और साइबर ठगों द्वारा नए-नए तरीके अपनाना भी एक मुख्य कारण है। उत्तराखंड के रुड़की में क्रेडिट कार्ड की ऑनलाइन केवाईसी के नाम पर ठगों ने एक डॉक्टर को लाखों रुपए का चूना लगा दिया।
दरअसल रुड़की सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति को क्रेडिट कार्ड की ऑनलाइन केवाईसी कराना भारी पड़ गया। पीड़ित ने इस मामले में पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
डॉक्टर नीरज जैन ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि बीती 24 जुलाई को उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से फोन आया, फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को पंजाब नेशनल बैंक का कर्मचारी बताया और उन्हें क्रेडिट कार्ड के बारे में जानकारी दी, वहीं डॉक्टर नीरज को उसके द्वारा दी गई जानकारी ठीक लगी, जिस पर उन्होंने पीएनबी का क्रेडिट कार्ड लेने की बात कही। इसके बाद फोन करने वाले व्यक्ति ने ऑनलाइन केवाईसी कराने के लिए उनके व्हाट्सएप नंबर पर अन्य नंबर से एक लिंक भेज दिया। वहीं लिंक खोलने के बाद फोन करने वाले ने वीडियो कॉल कर कहा कि वह अपने आधार और पैन कार्ड को कैमरे पर दिखाए, जिस पर उन्होंने कार्ड दिखा दिए, इसके बाद उन्हें गूगल पर जाकर पीएनबी पोर्टल खोलकर पूरी जानकारी भरने के लिए कहा गया।
जिसके बाद उन्होंने जानकारी भर दी, इसके तुरंत बाद उन्हें खाते से रुपये कटने के मैसेज आने लगे, जिस के बाद उन्हें ठगी का शक हुआ। इसके बाद वह क्रेडिट कार्ड ब्लॉक करने ही वाले थे कि इससे पहले ही उनके अलग-अलग बैंक के क्रेडिट कार्ड से चार लाख 511 रुपये निकाल लिए गए। इसके बाद पीड़ित डॉक्टर ने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। सिविल लाइन कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है साथ मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।