नई दिल्ली। एक ओर जहां विनेश फोगाट महिलाओं की 50 किलो कुश्ती प्रतियोगिता के फाइनल से महज 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण अयोग्य घोषित कर दी गईं, वहीं पुरुषों के 57 किलो भार वर्ग में अमन सेहरावत ने 10 घंटे में 4.5 किलो वजन घटाकर कांस्य पदक जीतने में सफलता हासिल कर ली। अमन सेहरावत ने पेरिस 2024 ओलंपिक में कांस्य पदक मैच में प्यूर्टो रिको के डेरियन क्रूज़ को हराकर भारत के लिए छठा पदक जीता। इस जीत ने 2008 से प्रत्येक संस्करण की कुश्ती में कम से कम एक पदक जीतने का भारत का सिलसिला भी जारी रखा।
अमन ने ऐसे घटाया वजन:- कुछ दिन पहले ही विनेश फोगाट सौ ग्राम वजन अधिक पाये जाने के कारण फाइनल से अयोग्य करार दी गई थी। अमन ने ‘मिशन ’ की शुरूआत डेढ घंटे अपने दो सीनियर कोचों के साथ मैट पर अभ्यास करने के साथ की। इसके बाद एक घंटा गर्म पानी से स्नान किया। चूंकि पसीने से भी वजन कम होता है तो आधा घंटे के ब्रेक के बाद पांच पांच मिनट के पांच ‘सौना बाथ’ सत्र हुए।
रात भर नहीं सोए अमन:- आखिरी सत्र के बाद अमन का वजन 900 ग्राम अधिक था तो उनकी मालिश की गई और कोचों ने उसे हल्की जॉगिंग करने के लिये कहा ।इसके बाद 15 मिनट दौड़ लगाई। सुबह 4.30 तक उसका वजन 56.9 किलो आ गया। इस दौरान उसे गर्म पानी के साथ नींबू और शहद और थोड़ी कॉफी दी गई।अमन उसके बाद सो ही नहीं सका।
मैं पदक नहीं गंवाना चाहता था- अमन:- अमन सहरावत ने कहा कि ‘मैंने कुश्ती के मुकाबलों के वीडियो पूरी रात देखे।’कोच ने कहा कि -‘हम हर घंटे उसका वजन जांचते रहे। पूरी रात और दिन भर भी नहीं सोये। विनेश के साथ जो हुआ, उसके बाद तनाव था। वैसे वजन कम करना रूटीन का हिस्सा होता है लेकिन इस बार हम एक और पदक यूं नहीं गंवाना चाहते थे।’
कोच वीरेंद्र दहिया ने पीटीआई से कहा, ‘हम हर घंटे उसका वजन जांचते रहे। हम पूरी रात नहीं सोए, दिन में भी नहीं। वजन कम करना हमारे लिए नियमित और सामान्य है, लेकिन पिछले दिन (विनेश के साथ) जो हुआ, उसके कारण तनाव था, बहुत तनाव था। हम एक और पदक हाथ से जाने नहीं दे सकते थे’।