नई दिल्ली। सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) सरकार द्वारा बालिकाओं के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए शुरू की गई एक छोटी बचत योजना है। इसकी शुरुआत 22 जनवरी 2015 को ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत हुई थी। इस योजना का उद्देश्य बालिकाओं की शिक्षा और शादी के खर्चों के लिए आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। ऐसे में अभिभावकों की मदद के लिए केंद्र सरकार की एक योजना है, जिसकी बदौलत कुछ साल लगातार बचत करने पर 21 साल की होते ही आपकी बेटी लगभग ₹72,00,000 रुपये की टैक्स फ्री व्हाइट मनी की मालकिन बन सकती है, जो उसका भविष्य संवारने में काम आएगी।
क्या है सुकन्या समृद्धि खाता….
केंद्र सरकार द्वारा अपने पहले कार्यकाल में शुरू की गई इस योजना का नाम सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Account – SSA) है, जिसके तहत कोई भी भारतीय नागरिक अपने घर में बेटी के जन्म लेते ही किसी डाकघर, यानी पोस्ट ऑफिस या बैंक में SSA खाता खुलवा सकता है। SSA खाते में 15 साल तक लगातार निवेश करने के बाद छह साल और इंतज़ार करना होगा, और बेटी की उम्र के 21 साल पूरे होते ही उसके खाते में ₹71,82,119 की रकम जमा दिखाई देगी।
सुकन्या समृद्धि स्कीम के मुख्य फायदे…
- 10 साल से कम उम्र की बेटी का खाता खुल सकेगा।
- 1 साल में न्यूनतम 250 रुपए से 1.5 लाख रुपए तक पैसे जमा कर सकेंगे।
- यह एक सरकार की स्कीम है और इसमें निश्चित रिटर्न मिलने वाला है।
- सुकन्या खाते को भारत में कही भी ट्रांसफर कर सकेंगे।
- खाते को बंद करने कर बाद भी ब्याज का फायदा मिलना है।
- बेटी के 18 साल के होने पर उसकी पढ़ाई के लिए आधी राशि की निकासी की सुविधा मिलेगी
- स्कीम में गोद ली हुई बेटी का भी अकाउंट खुल सकेगा।
- स्कीम में किस्तें 15 सालो तक निवेश हो सकेगी और इसके परिपक्व होने का समय 21 साल है।
- यह स्कीम वित्त वर्ष 2023-24 में 8 फीसदी का ब्याज दे रही है।
सुकन्या समृद्धि स्कीम में निर्धारित योग्यताएं…
- यह खाता सिर्फ कन्या के पेरेंट्स अथवा कानूनन अभिभावक ही खोल सकेंगे।
- खाता खोलते समय कन्या की उम्र 10 साल होना अनिवार्य है।
- एक परिवार सिर्फ 2 खाते खोल सकेंगे।
- एक बेटी के लिए 1 से ज्यादा सुकन्या अकाउंट नही खुल सकते है।
- अगर पहली बार 2 बेटियां जन्मने पर दूसरी बार 2 बेटियों का जन्म होता है तो 3 बेटियों का अनुमान लगेगा।
सुकन्या समृद्धि स्कीम में जरूरी दस्तावेज…
- आधार कार्ड
- जन्म प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- माता-पिता का पैन कार्ड
- मोबाइल नंबर