नोटबंदी के कारण लोग लाइन में लगकर खड़े हैं और तकलीफ उठा रहे हैं। पचास दिन के बाद भी स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में नहीं है और जनता में इसके खिलाफ नाराजगी है। इससे भाजपा भी डरी हुई है और खुद प्रधानमन्त्री अपनी हर सभा में इसे देश से कालेधन को दूर करने के लिए जरूरी बता जनता का गुस्सा कम करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, भाजपा के ही कुछ नेताओं को अपनी ही पार्टी की इस मुसीबत से कोई लेना-देना नहीं है और वे लाइन में लगे लोगों का मजाक उड़ा रहे हैं। दिल्ली भाजपा के नवनियुक्त अध्यक्ष मनोज तिवारी का एक ऐसा ही विडियो वायरल हुआ है, जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं।
वायरल विडियो में भाजपा के सांसद नेता मनोज तिवारी एक फंक्शन के दौरान अपनी ही पार्टी के कुछ नेताओं के बीच बैठकर लाइन में लगे लोगों का मजाक उड़ाते हुए और गाना गाते दिख रहे हैं, जबकि पार्टी के ही राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी और कुछ अन्य नेता तिवारी की बात पर हंसते दिख रहे हैं। वीडियो में वो कहते दिख रहे हैं, मैं गया था लाइन में, वहां सब लो गलगे थे तो मैं सोचू क्या कहूं कि ये सब खुश होंगे, तो मैंने कहा- देशभक्त हैं कतार में…लगी है भारी भीड़..तकलीफाें से सज रही भारत की तस्वीर…हम लोग लगे रहेंगे 30 तारीख तक…। इसके बाद वहां मौजूद भाजपा नेता ठहाके लगाकर हंसने लगे।
भाजपा नेताओं ने किया बोलने से मना
भाजपा के कुछ शीर्ष नेताओं से जब इस सन्दर्भ में प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई तब किसी ने भी इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। भाजपा नेताओं के इस अंदाज पर हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणी महाराज ने कहा कि एक जनप्रतिनिधि का जनता की तकलीफों का मजाक उड़ाना बेहद अफसोसजनक है। यह उनकी मानसिकता दिखाता है। इससे यह भी समझ में आ जाता है कि इन जनप्रतिनिधियों के लिए जनता की तकलीफों से कोई सरोकार नहीं है।
जनता का मजाक उड़ाना बेहद शर्मनाक
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण इस देश के सैकड़ों मासूम लोगों की जान चली गई और करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए और उनके परिवार के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ऐसे में किसी नेता का जनता का मजाक उड़ाना बेहद शर्मनाक और घटिया हरकत है।