नई दिल्ली। दिवाली से पहले सरकार ने किसानों को तोहफा देने का एलान किया है। बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में किसानों के लिए फायदेमंद फैसले को मंजूरी दे दी गई है। केंद्रीय मंत्री ने किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए खाद सब्सिडी को मंजूरी दे दी है। सूत्रों के अनुसार सरकार की तरह से न्यूट्रिएंट बेस्ड फर्टिलाइजर सब्सिडी को मंजूरी दी गई है। इस बार के रबी सीजन के लिए यह मंजूरी दी गई है। इससे सरकार के ऊपर 22000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च आएगा।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बैठक के बाद कहा कि एनबीएस पॉलिसी के तहत फिक्स किए गए रेट रबी के सीजन के लिए एक अक्टूबर से 31 मार्च 2024 तक रहेंगे। आगामी रबी सीजन के लिए नाइट्रोजर पर प्रति किलो 47.2 रुपये, फॉस्फोरस पर 20.82 रुपये, पोटाश पर 2.38 रुपये और सल्फर पर 1.89 रुपये प्रति किलो सब्सिडी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार 2021 से ही सब्सिडी की दरें इस प्रकार निर्धारित कर रही है कि अंततराष्ट्रीय स्तर पर कीमतें बढ़ने से भारतीय किसानों को कोई असर न हो। इस बार भी किसानों को खाद रियायती दरों पर मिलती रहेगी।
उन्होंने कहा कि रबी सीजन के लिए डीएपी पर 45 रुपये प्रति टन की अतिरिक्त सब्सिडी दी जाएगी। इससे किसानों के डीएपी 1350 रुपये प्रति बैग के पुराने रेट पर ही मिलेगी। इसी प्रकार किसानों को एनपीके 1470 रुपये प्रति बैग और एसएसपी 500 रुपये प्रति बैग पर उपलब्ध होगा। इनमें कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। किसानों को एक रुपया भी नहीं देना पड़ेगा। एनओपी अब 1700 रुपये के बजाय 1655 रुपये प्रति बैग मिलेगा। यानी 45 रुपये कम किया जा रहा है। यूरिया पर एक रुपये की भी बढ़ोतरी नहीं की गई है। देश में बनने वाले एसएसपी पर भी फ्रेट सब्सिडी जारी रहेगी।