- पिछली कक्षा के प्रदर्शन के आधार पर होगा मूल्यांकन
देहरादून। कोरोना महामारी के कारण इस साल 10वीं और 12वीं उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षा रद्द होने बाद अब नये फार्मूेल पर सहमति बन गई है। पिछली कक्षा में जिस बच्चे का प्रदर्शन जैसा होगा। उसी आधार पर उत्तराखंड बोर्ड में माक्र्स दिए जाएंगे। यानी छात्र-छात्राओं के मूल्यांकन में पिछली कक्षाओं में मिले अंकों की अहम भूमिका होगी। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने बताया कि 10वीं और 12वीं की बोर्ड कक्षाओं के रिजल्ट के लिए अंक देने के फार्मूले पर सहमति बन गई है। अंक निर्धारण के लिए शिक्षा महानिदेशक विनय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई थी। जिसने छात्र-छात्राओं के अंक निर्धारण के लिए फॉर्मूले पर विचार किया गया है। इसके अनुसार 10वीं के लिए नौवीं की कक्षा में प्राप्तांकों का 75 फीसदी और 10वीं में आंतरिक मूल्यांकन के अंकों के 25 फीसदी के माध्यम से अंक निर्धारित किए जाएंगे। इसी तरह 12वीं के लिए 10वीं कक्षा के प्राप्तांकों का 50 फीसदी, 11वीं कक्षा के प्राप्तांकों का 40 फीसदी और आंतरिक मूल्यांकन के अंकों का 10 फीसदी जोड़कर रिजल्ट तैयार किया जाएगा।