- इसके लिये भाजपा की नीतियों को जिम्मेदार बताते हुए कांग्रेस ने किया विरोध प्रदर्शन
कोटद्वार। यहां भाबर की लाइफलाइन को जोड़ने वाला एकमात्र सुखरौ पुल पर खतरा मंडरा रहा है। पांच नंबर पिलर के बेस में कटाव होने से पुल के स्पान में 4-5 इंच गैप बन गया है। सुखरौ पुल लगातार नीचे की ओर धंसता जा रहा है। जिस कारण आज शनिवार को पुल से वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। इस मामले को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा की नीतियों को इसका जिम्मेदार ठहराते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
आज शनिवार को महिला मोर्चा कांग्रेस जिलाध्यक्ष गीत नेगी और निम्बूचैड़ के पार्षद ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ सुखरौ पुल पर धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि पूर्व में भाजपा सरकार की खनन नीतियों के चलते सुखरौ पुल पर खतरा मंडरा रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी, स्थानीय विधायक ऋतु खंडूड़ी भूषण के खिलाफ नारेबाजी की।
उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान में वन विभाग और राजस्व विभाग की मिलीभगत से रात के समय अवैध खनन किया जा रहा है। खनन माफिया ने पुल के पिलर की सुरक्षा दीवार तोड़कर पत्थर, रेत और बजरी का अवैध खनन किया। जिससे पुल की नींव खाली हो गई और पुल पर खतरा मंडरा रहा है। फिलहाल पुलिस प्रशासन ने पुल पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है। पुल के दोनों ओर पक्की दीवार बना दी गई है। जिसके चलते स्थानीय नागरिकों को दिक्कत हो रही है। लोग पैदल ही पुल पार कर रहे हैं।