ऋषिकेश। मासूम बच्चे पढने, खेलने, तनाव मुक्त होकर खुशियां मनाने की उम्र में जब मासूमियत भरी इस उम्र में बच्चे आत्महत्या जैसा कदम उठाते हैं, तो एक परिवार नहीं, बल्कि पूरे समाज को धक्का लगता है। ऐसा ही मामला ऋषिकेश से दुखद घटना की खबर सामने आ रही है। यहां कक्षा आठवीं के छात्र ने घर में पंखे से लटक कर फांसी लगा ली। जिससे उसकी मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक एम्स चौकी प्रभारी मनवर सिंह नेगी ने बताया कि कक्षा आठवीं के छात्र सिद्धार्थ कैंतुरा (14) निवासी गंगानगर हनुमंतपुरम स्कूल से छुट्टी के बाद घर पहुंचा था। घर आने के बाद सिद्धार्थ ने ट्यूशन जाने से मना कर दिया और टीवी देखने लगा। इस दौरान पिता ने सिद्धार्थ को ट्यूशन जाने के लिए दबाव बनाया। जिससे नाराज होकर सिद्धार्थ अपने कमरे में चला गया। कुछ देर बात सिद्धार्थ के कमरे से कोई आवाज नहीं आई।
सिद्धार्थ के कमरे से कोई आवाज न आने पर परिजन उसके कमरे में पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद था। उसके पिता ने रोशनदान से झांक कर देखा तो बेटा पंखे से लटका हुआ मिला। सिद्धार्थ के पिता ने कमरे का दरवाजा तोड़कर बेटे को फांसी के फंदे से नीचे उतारा और एम्स अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषत कर दिया। फिलहाल पुलिस ने पंचायतनामा भरने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बेटे के इस खौफनाक कदम से जहां परिजनों में कोहराम मचा है।