देहरादून। चुनावी माहौल के बीच केंद्र सरकार ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव डॉ सुखबीर सिंह संधू को बड़ी जिम्मेदारी दी है। प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समिति ने निर्वाचन आयोग में दो आयुक्तों के खाली पदों पर भर्ती के लिए दो नामों पर मुहर लगा दी। समिति ने ज्ञानेश कुमार गुप्ता और सुखबीर सिंह संधू को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया है। ये दोनों रिटायर्ड आईएस हैं। दोनों अलग-अलग समय में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) से रिटायर्ड हुए हैं। निर्वाचन आयोग के दोनों आयुक्त के पद पहले अनूप चंद्र पाण्डेय के फरवरी में रिटायरमेंट और फिर हाल ही में अरुण गोयल के इस्तीफे से खाली हुए थे।
कौन हैं एसएस संधू:- बता दें कि एसएस संधू 1988 बैच के उत्तराखंड कैडर के अधिकारी थे। उन्हें 2021 में उत्तराखंड का मुख्य सचिव बनाया गया था। वह 31 जनवरी 2024 को रिटायर हुए थे। सेवानिवृत्ति के बाद उनके लंबे प्रशासनिक अनुभव को देखते हुए उन्हें लोकपाल कार्यालय में सचिव पद की अहम जिम्मेदारी दी गई थी। अब प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति ने जिन दो पूर्व आईएएस अफसरों को चुनाव आयुक्त बनाया है, उनमें एक डॉ. संधु हैं। वह उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश और पंजाब में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
राष्ट्रपति पदक से हो चुके हैं सम्मानित:- एसएस संधू उधमसिंहनगर और नोएडा के डीएम भी रह चुके हैं। इसके अलावा डॉ संधू को लुधियाना नगर निगम के आयुक्त के रूप में अपने काम के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया था। अपने कैरियर के शुरुआती दिनों में संधू उत्तराखण्ड में MDDA में VC, शिक्षा विभाग में एडिसनल सचिव के पद पर भी रह चुके हैं। 1996 में डॉ संधु हरिद्वार के जिलाधिकारी भी रहे हैं। वहीं 2007-2012 के बीच पंजाब में बादल सरकार में सीएम के सेप्शल सेक्रेटरी भी रहे।