उत्तरकाशी। मोरी के खरसाड़ी गांव में हुए ब्लाइंड मर्डर केस का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने हत्या के मामले में नेपाली मूल के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी देते हुए एसपी अर्पण यदुवंशी ने बताया कि बीती 26 जुलाई को खरसाड़ी की प्यारी देवी ने मोरी थाने में अपने पति गिरवीर सिंह की हत्या की आशंका पर तहरीर दी थी। तहरीर में प्यारी देवी ने आरोप लगाया था कि 24 जुलाई को उनका पति गिरवीर अपने खेतों की देखभाल के लिए पोल्हाड़ी नामक तोक गया था। जहां एक कंपनी के कर्मचारियों ने मारपीट कर उसके पति की हत्या कर दी है। जिसका शव 25 जुलाई को केदार गंगा गदेरे से बरामद हुआ।
वहीं, मोरी पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज जांच शुरू की। अभियोग की विवेचना पुरोला थानाध्यक्ष मोहन सिंह कठैत को सौंपी गई। जहां तमाम सुराग और सबूतों को जुटाते हुए पुलिस ने 35 वर्षीय वीर बहादुर और 40 वर्षीय प्रेम बहादुर निवासी नेपाल को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पुछताछ में आरोपियों ने बताया गया कि मृतक गिरवीर 24 जुलाई को खरसाडी के पोल्हाडी तोक स्थित उनके डेरे में गलत नियत से जबरन घुस गया था, जिससे उनके बीच मारपीट हो गयी। मारपीट के दौरान गिरवीर डेरे से भाग गया, करीब 200 मीटर भागने के बाद वीर बहादुर व प्रेम बहादुर ने उसे खरसाडी पुल के पास पकड़ लिया और उसके सिर पर चीड़ की फाड़ी हुई लकड़ी से वार कर दिया। जिससे वह बेहोश होकर नीचे गिर गया था। दोनों हत्यारोपियों को लगा कि अगर यह जिंदा बच गया तो गांव वालों को बता देगा इसलिए उनके द्वारा बेहोश व्यक्ति को पुल से नीचे केदार गंगा में फेक दिया गया। सबूत मिटाने के लिए उनके द्वारा बेहोश व्यक्ति के शरीर से कपड़े उतारकर, मोबाइल और जिस लकड़ी से मारा था को केदारगंगा में फेक दिया गया।
आरोपियों के निशानदेही पर पुलिस द्वारा मृतक गिरवीर सिंह द्वारा घटना के दौरान पहनी कपड़े बरामद किए गए है। साक्ष्य व बयानों के आधार पर उक्त मामले में धारा 238 बीएनएस व धारा 23 बीएसए की बढ़ोतरी की गयी है। मामले में पुलिस की ओर से कार्रवाई का जा रही है। पुलिस आरोपियों का आपराधिक इतिहास की जानकारी खंगाल रही है।