देहरादून। उत्तराखंड में जब से शिक्षा विभाग में प्रधानाचार्य के 692 पदों पर सीधी भर्ती की घोषणा हुई है, तबसे तमाम शिक्षक इसका विरोध कर रहे है। प्रदेश के हर जिले में इस भर्ती को लेकर जमकर विरोध देखने को मिला, शिक्षकों में इस भर्ती को लेकर काफी रोष भरा हुआ है। शिक्षकों द्वारा भारी विरोध बाद शुक्रवार को शिक्षा मंत्री ने इस विषय को लेकर बैठक की। जिसके बाद से कयास लगाए जा रहे हैं की भर्ती स्थगित हो सकती है।
जानकारी के अनुसार भर्ती में 55 साल तक के शिक्षकों को शामिल करने की तैयारी है। वही, 5400 ग्रेड पे वाले एलटी शिक्षकों को भी इसमें शामिल किया जा सकता है। शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों के सचिवों और शिक्षक संगठन के साथ भी बैठक में मंत्री ने शिक्षक और राज्य हित में भर्ती को लेकर कोई रास्ता निकालने के निर्देश दिए हैं।
शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत के कैंप कार्यालय में हुई बैठक में प्रधानाध्यापकों के शत प्रतिशत खाली पदों को पदोन्नति से भरने का निर्णय लिया गया। बैठक में बताया गया कि 50 साल से अधिक उम्र के शिक्षकों को प्रधानाचार्य के पद पर होने वाली भर्ती में शामिल करने के लिए कुछ शिक्षक कोट गए हैं, कोर्ट के आदेश के बाद इन शिक्षकों को भर्ती में शामिल किया गया है। 55 साल तक के अन्य शिक्षकों को भी भर्ती में शामिल करने के लिए रास्ता निकालने और नॉन बीएड को भी इसमें शामिल करने पर विचार किया गया। शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को अगले दो से तीन दिन के भीतर कोई रास्ता निकालने के निर्देश दिए हैं। वहीं, राजकीय शिक्षक संघ का कहना है कि भर्ती को रद्द या स्थगित न करने तक शिक्षकों का आंदोलन जारी रहेगा।