देहरादून। उत्तराखंड में मानसून के शुरू होने के बाद से ही बारिश कहर बरपा रही है। बारिश के चलते पर्वतीय क्षेत्र में भूस्खलन से जनजीवन बेहाल है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, राज्य में अगले पांच दिन ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम के मिजाज में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। आज देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर, ऊधमसिंह नगर और पिथौरागढ़ में आज तीव्र बौछारों के एक से दो दौर हो सकते हैं। अन्य जिलों में हल्की बूंदाबांदी के आसार हैं।
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य के देहरादून और बागेश्वर जिले में अब तक सबसे अधिक बारिश हुई है। दून में 1608.1 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य 56 फीसदी अधिक है। बागेश्वर जिले में सामान्य से 174 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है। जिले में अब तक 1561.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई। हरिद्वार में सामान्य से 80 प्रतिशत बारिश रिकॉर्ड की गई। अब तक जिले में 1236 मिमी बारिश हो चुकी है। टिहरी में सामान्य 41 प्रतिशत अधिक 943 मिमी, चमोली में 64 प्रतिशत अधिक 862.1 मिमी बारिश हो चुकी है, लेकिन पिथौरागढ़, नैनीताल, अल्मोड़ा में सामान्य कम बारिश रिकाॅर्ड की गई है।
वहीं बीते कुछ दिनों के भीतर हुई भारी बारिश के कारण आपदा जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। आलम यह है कि इस आफत की बारिश के चलते अभी तक तमाम गांवों के साथ ही सैकड़ों परिवार प्रभावित हुए हैं। जबकि आपदा के चलते 74 लोगों की मौत, 43 लोग घायल होने के साथ ही अभी भी 19 लोग लापता हैं। जहां एक ओर प्रदेश की स्थिति सामान्य होने का नाम नहीं ले रही है तो वहीं दूसरी ओर 21 अगस्त तक प्रदेश के तमाम हिस्सों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी है।