आगरा। दो पहिया वाहन चलते वक्त हेलमेट बेहद जरूरी होता है। साल दर साल वाहन चलाते समय हादसों की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, जिसके चलते दो पहिया वाहन चलते वक्त हेलमेट पहनना एक बहुत ही महत्वपूर्ण सुरक्षा कदम है। हालांकि, आपको जानकर हैरानी होगी कि हेलमेट पहनने से हेयर फ्रैक्चर भी हो सकता है।
बता दें कि, एसएन मेडिकल काॅलेज में त्वचा और चर्म रोग विभाग की ओपीडी में रोज ऐसे पांच से छह मामले आ रहे हैं। मरीजों की शिकायत होती है कि, अचानक बालों की वृद्धि रुक गई है। बाल झड़ने लगे हैं। मरीजों की केस हिस्ट्री लेने पर सामने आया कि, वे हेलमेट का प्रयोग अधिक करते हैं। एसएनएमसी के त्वचा एवं चर्म रोग विभागाध्यक्ष डाॅ. यतेंद्र सिंह चाहर बताते हैं कि, ‘हर दिन ओपीडी में ऐसे मरीज आते हैं जो कहते हैं कि, हेलमेट में बाल ही बाल हो जाते हैं। कंधे और शर्ट पर बाल गिरते हैं। नहाते समय बाल अधिक टूटते हैं। ऐसे मरीजों की काउंसलिंग में यह सामने आया कि, अधिकतर लोग दोपहिया पर हर दिन 40 किमी या इससे अधिक का सफर करते हैं। इस दौरान हेलमेट का उपयोग करते हैं। हेलमेट लगाना जरूरी भी है, जो हमारे सिर को सुरक्षित रखता है। मगर, हेलमेट की जिसकी वजह से लोगों में बाल झड़ने की दिक्कत हो रही है।
एसएनएमसी के त्वचा एवं चर्म रोग विभागाध्यक्ष डाॅ. यतेंद्र सिंह चाहर बताते हैं कि, ‘ओपीडी में बाल झड़ने, टूटने या पतले होने की दिक्कतों वाले 80 प्रतिशत मरीजों की औसत उम्र 30 से 45 साल के बीच है। इसमें डिलीवरी ब्वाय, सेल्स मैन समेत अन्य लोग शामिल हैं। जो दिन में हेलमेट लगाते हैं। जिससे फ्रैक्चर की स्थिति में बाल बीच या जड़ों से टूट जाते हैं, जबकि ट्रोमा में चोट लगने से बाल तने से टूट जाते हैं। यह हेलमेट लगाने, हेलमेट आगे पीछे करने, बालों को खींचने, केमिकल वाला तेल या सीरम लगाने से ट्रोमा हो सकता है।
ये रखें सावधानी –
-हेलमेट से लगाने से पहले बालों को सूती कपडे़ से कवर करें।
-पसीना आने पर कुछ देर के लिए हेलमेट हटाकर बाल सुखाएं।
-हेलमेट स्कल्प कैप खरीद कर भी उपयोग कर सकते हैं।
-नियमित हेलमेट लगाने से पसीना आने पर हेलमेट रोज साफ करें।
-हेलमेट उपयोग के बाद हर दिन हवादार स्थान पर रखें।
-दोपहिया से लंबी यात्रा पर बीच-बीच में ब्रेक लेकर बाल पोंछकर सुखाएं।
-ज्यादा देर तक बालों के गीले रहने या पसीने से बैक्टीरिया पनपनते हैं।
-हेलमेट सिर्फ दोपहिया ड्राइव करते समय ही पहनें।