मुंबई। 24 जनवरी को पूरा देश राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाता है, जो बेटियों के सम्मान, अधिकार और प्रगति का प्रतीक है। लेकिन, इस खास दिन पर मुंबई से आई एक दर्दनाक घटना ने महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मुंबई में एक 20 वर्षीय युवती के साथ ‘निर्भया’ जैसी दरिंदगी की घटना सामने आयी है। इस वीभत्स वारदात ने न केवल मुंबई की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि एक बार फिर महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल की गंभीर कमी को उजागर किया है।
क्या है वारदातः- पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की देर रात कुछ लोगों ने मंदिर स्टेशन के पास 20 साल की एक लड़की को रोते हुए देखा। उसकी हालत देखकर वहां मौजूद लोगों ने तुरंत वनराई पुलिस थाने को घटना की सूचना दी। वनराई पुलिस मौके पर पहुंची और लड़की को अपने साथ लेते गयी। पुलिस ने मुंबई के केईएम अस्पताल में लड़की की मेडिकल जांच कराई। मेडिकल जांच में सनसनीखेज खुलासा हुआ।
कौन है आरोपीः- मेडिकल जांच में यह पता चला है कि पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में ब्लेड और पत्थर डाल दिया गया था। पीड़िता और उसका परिवार नालासोपारा में रहता है। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि पीड़िता के साथ एक रिक्शा चालक ने इस शर्मनाक घटना को अंजाम दिया था। आरोपी ने वसई बीच पर पीड़िता के साथ यह जघन्य कृत्य किया। आरोपी रिक्शा चालक की पहचान राजरतन वाल्वल के रूप में की गयी।
क्या कहती है पुलिसः- आरोपी रिक्शा चालक लड़की को राम मंदिर स्टेशन के पास बेहोशी की हालत में छोड़कर भाग गया। पुलिस उपायुक्त स्मिता पाटिल ने बताया आरोपी रिक्शा चालक राजरतन वाल्वल को हिरासत में ले लिया गया है। रिक्शा चालक राज रतन वाल्वल के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है और घटना की आगे की जांच जारी है।