सीएम अखिलेश ने अपने बाप मुलायम को चरखा दावं फेल कर दिया. चाचा शिवपाल को चारो खाने चित कर उनको उनकी औकात बता दी, अखिलेश पास इस समय 198 विधायक उनके आवास पर मौजूद है. विधायको का कहना है कि हम नेताजी से नाराज नहीं लेकिन हम अखिलेश के नेत्रत्व में ही करेंगे काम. एक पारदर्शी सरकार का ही नेत्रत्व हमें मंजूर है और हम सब अखिलेश के साथ है.
अखिलेश क्या कर सकते है
1. अखिलेश यादव के प्लान के मुताबिक़ वह पार्टी पर कब्ज़ा करके साइकिल चिन्ह को कब्ज़े में ले सकते हैं.
2. अखिलेश यादव ने यह भी प्लान बनाया है कि चंद्रशेखर की सपा को ज़िंदा किया जाए, पूर्व पीएम के बेटे सपा के राज्यसभा सांसद नीरज शेखर अखिलेश के साथ हैं, उनकी पार्टी और चुनाव चिन्ह अखिलेश ले सकते हैं, जिसका निशान पेड़ है.
3.अखिलेश ने चौधरी चरण सिंह की लोकदल पश्चिमी यूपी के सुरेंद्र सिंह के बेटे चला रहे हैं संपर्क साधा है, उस नाम और उनके चुनाव चिन्ह के साथ भी अखिलेश उतर सकते हैं, जिसका निशान हलधर किसान है.
4.अखिलेश यादव पार्टी में झगड़ा बढ़ाकर साइकिल चुनाव चिन्ह को चुनाव आयोग में ज़ब्त कराया जाए.
5. अखिलेश यादव का एक प्लान यह भी है कि प्रोग्रेसिव समाजवादी पार्टी के नाम से साइकिल की तरक़्क़ी के साथ मोटर साइकिल का चुनाव चिन्ह पाने की कोशिश.
6. अखिलेश एक चुनाव चिन्ह ट्रैक्टर को भी लेने पर कर रहे हैं विचार जो कि एक पार्टी के नाम पर है. साथ ही ताक़त दिखने की सूरत में राहुल गांधी और जयंत चौधरी ने अखिलेश को समर्थन देने का वादा कर भी कर दिया है.