लंदन-ब्रेक्जिट का समर्थन करने वाले प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के प्रयासों की बदौलत तमाम अवरोध के बावजूद यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के व्यवस्थित और पूरी तरह से अलग होने की प्रक्रिया बृहस्पतिवार को संपन्न हो गयी। ब्रिटेन के इस कदम से यूरोपीय संघ का आकार तो छोटा हो गया लेकिन समूह के देशों के साथ ब्रिटेन का व्यापार जारी रहने को लेकर अड़चनें भी खत्म हो गयी। यूरोपीय संघ (ईयू) से अलग होने के तहत हुए मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को ब्रिटेन की संसद ने बुधवार को मंजूरी देते हुए रात ग्यारह बजे ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने की प्रक्रिया पूर्ण हो गयी। नए समझौते में कुछ शर्तें और बंदिशें भी हैं लेकिन ब्रेक्जिट के समर्थकों का मानना है कि इससे उनका देश स्वतंत्र तरीके से अपने फैसले कर पाएगा। नव वर्ष पर जारी अपने वीडियो संदेश में जॉनसन ने कहा, ‘‘हमारे देश के लिए यह शानदार लम्हा है।’’ अब हम आजादी से फैसले ले सकते हैं और हम खुद आगे अपना निर्णय ले सकेंगे। ब्रेक्जिट का समर्थन करने वाले प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के प्रयासों की बदौलत तमाम अवरोध के बावजूद यह समझौता पूरी तरह लागू हो गया।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन