देहरादून। अंकिता भंडारी को समर्पित कांग्रेस की तीन दिवसीय ‘अंकिता भंडारी न्याय दो यात्रा’ का आगाज हो चुका है। पूर्व सीएम हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के नेतृत्व में राजधानी में भारत जोड़ो यात्रा निकाली। इस दौरान कांग्रेसियों ने अंकिता हत्याकांड में वीआईपी का नाम उजागर करने की मांग की।
कांग्रेस ने हाथीबड़कला चौक से गांधी पार्क तक अंकिता भंडारी को न्याय दो यात्रा निकाली। भारत जोड़ो यात्रा निकालते हुए पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि अंकिता हत्या कांड में उनके माता पिता ने एक वीआईपी का नाम लिया है। लेकिन सरकार उस वीआईपी को बचाने का काम कर रही है। सरकार को तत्काल उस वीआईपी का नाम उजागर कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करनी चाहिए। अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो यह समझा जाएगा कि वीआईपी सत्तापक्ष का है और जानबूझ कर सरकार उसे बचाने का काम कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने अंकिता भंडारी मामले में अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अंकिता को रिजॉर्ट मालिक की ओर से वीआईपी को विशेष सेवा देने के लिए बाध्य किया गया। लेकिन जब वह इनकार कर देती है तो उसकी हत्या कर दी जाती है। उन्होंने कहा कि अंकिता के परिजनों ने जिस वीआईपी के नाम का उल्लेख किया है, वह भाजपा में शीर्ष पद पर बैठा व्यक्ति है। यशपाल आर्य का कहना है कि हम अंकिता को न्याय दिलाने के लिए संघर्षरत हैं और चाहते हैं कि उस व्यक्ति का चेहरा बेनकाब हो।
बता दें, कि पौड़ी जिले के गंगा भोगपुर के वनंतरा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के पद पर काम करने वाली अंकिता भंडारी की 18 सितंबर, 2022 को हत्या कर दी गई थी। 24 सितंबर, 2022 को पुलिस ने उसका शव चीला नहर से बरामद किया था। इस हत्याकांड की जांच एसआईटी ने की और करीब 500 पेज की चार्जशीट अदालत में पेश की।