प्रशासन के साथ आम लोग भी गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचकर प्रदर्शकारियों से महीनों से जाम पड़े सड़क को खाली करने की मांग कर रहे हैं। गणतंत्र दिवस पर आंदोलनकारियों द्वारा किए गए उपद्रव की वजह से किसान संगठनों में रार पड़ गयी है। भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने किसान आंदोलन से वापसी की घोषणा कर चिल्ला बॉर्डर से अपने टेंट हटा लिए हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष वी.एम. सिंह ने भी आंदोलन खत्म करने की घोषणा कर दी।
नई दिल्ली-गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में हुए शर्मशार कर देने वाले उपद्रव को लेकर दिल्ली पुलिस-प्रशासन ने किसान नेता राकेश टिकैत को नोटिस जारी किया है। अब दिल्ली पुलिस के साथ-साथ उत्तर प्रदेश प्रशासन भी सख्त कार्रवाई कर रही है। नोएडा के डीएम, एसपी समेत अधिकारियों ने आज यूपी गेट पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत से आंदोलन खत्म करने के लिए कहा है। गाजियाबाद जिला प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को रात तक का अल्टीमेटम दिया है। गाजीपुर बॉर्डर और सिंघु-टिकरी बॉर्डर पर पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स की भारी तैनाती कर धारा 144 लगाते हुए पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर को दोनों तरफ से बंद कर लोगों को गाजीपुर से न जाने की सलाह दी है।
दिल्ली पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत को नोटिस जारी करते हुए पूछा कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली को लेकर पुलिस के साथ हुए समझौते को तोड़ने के लिए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों न की जाए। इसके अलावा उनके टेंट पर नोटिस भी चस्पा किया है। प्रशासन के साथ आम लोग भी गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचकर प्रदर्शकारियों से महीनों से जाम पड़े सड़क को खाली करने की मांग कर रहे हैं। गणतंत्र दिवस पर आंदोलनकारियों द्वारा किए गए उपद्रव की वजह से किसान संगठनों में रार पड़ गयी है। अब धीरे-धीरे किसान संगठन आन्दोलन से अलग होकर अपना धरना खत्म कर रहे है।
भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने किसान आंदोलन से वापसी की घोषणा कर चिल्ला बॉर्डर से अपने टेंट हटा लिए हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष वी.एम. सिंह ने भी आंदोलन खत्म करने की घोषणा कर दी थी। उन्होंने कहा था कि हिंसा करने वालों पर कार्रवाई हो। सिंह ने कहा था कि हिन्दुस्तान का झंडा, गरिमा, मर्यादा सबकी है। उस मर्यादा को अगर भंग किया है, भंग करने वाले गलत हैं और जिन्होंने भंग करने दिया वो भी गलत हैं।
भाकियू के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि पिटाई से अच्छा है कि धरना खत्म करो। राकेश टिकैत ने मंच से आज लाल किले में हुई हिंसा की जांच सुप्रीम कोर्ट से कराने की मांग करते हुए कहा वह सरेंडर नहीं करेंगे, चाहे जो हो जाए। गोली चलेगी तो भी नहीं हटूंगा। गाजीपुर बार्डर के आस-पास के गांवो के स्थानीय लोग गुरुवार सुबह से ही लगातार ’फर्जी किसान बॉर्डर खाली करो’ के नारे लगा रहे हैं। उनका कहना है कि किसान आंदोलन अपनी दिशा भटक गया है। उनके बीच मतभेद हो गये जिससे आन्दोलन दिशाहीन होकर अपने अन्तिम पड़ाव में है।