समस्तीपुर: बिहार में भी यूपी की ज्योति मौर्या जैसा केस सामने आया है। यहां एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के सपने को पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर दी। कड़ी मेहनत कर पति ने अपनी पत्नी को पढ़ा-लिखाकर शिक्षिका भी बनाया। पति की मेहनत की मदद से सफलता की सीढ़ी चढ़ते ही महिला अपने ही विद्यालय के हेडमास्टर के साथ फरार हो गई।
जानकारी के अनुसार, महीपुरा निवासी चंदन कुमार की शादी 13 साल पहले समस्तीपुर जिला के विभुतिपुर थाना के गंगोली निवासी लक्ष्मी रजक की पुत्री सरिता कुमारी के साथ हुई थी। चंदन और सरिता की एक 12 साल की बेटी और सात साल का बेटा है। पति का कहना है कि उसने मेहनत-मजदूरी कर अपनी पत्नी सरिता को पढ़ाया। इसके बाद सरिता सरकारी स्कूल में शिक्षिका बन गई। सरिता सरकारी शिक्षिका के रूप में समस्तीपुर जिला के पटोरी थाना के प्राथमिक विद्यालय जोड़पुर में पढ़ाने लगी। इसी दौरान वह स्कूल के ही प्राधानाध्यपक के संपर्क में आई।
वहीं पति का कहना है कि, प्रधानाध्यापक समस्तीपुर जिला हलई ओपी के मरीचा निवासी राहुल कुमार की उसकी पत्नी पर बुरी नजर थी। प्रधानाध्यापक ने उनकी शिक्षिका पत्नी को बहला-फुसलाकर पति और दोनों बच्चों से अलग करा दिया। इसके बाद उनकी शिक्षिका पत्नी हेडमास्टर के साथ एक डेरे में रहने लगी। इतना ही नहीं, पति ने आरोप लगाया कि शिक्षिका स्कूल से अनुपस्थित रहती थी। आरोपी प्रधानाध्यापक फर्जी उपस्थिति दिखाकर उसे वेतन दिलाता रहा। जंदाहा थानाध्यक्ष कृष्णदेव खटैत ने कहा कि महिला की खोज जारी है। पुलिस अपने स्तर से जांच में लगी है।