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बॉर्डर पर चीन से फिर झड़प : भारत की स्पेशल फ्रंटियर फोर्स का एक जवान शहीद, एक जख्मी!

आस्तीन का सांप है चीन

  • चीन ने 29-30 अगस्त की रात के बाद तीन दिन में तीन बार की उकसाने वाली कार्रवाई
  • 31 अगस्त को भी दगाबाज चीन की सेना ने एलएसी पर की भारतीय सेना को उकसाया  
  • एक सितंबर को चीनी सैनिकों ने किया चुनार इलाके में घुसपैठ का प्रयास, भारतीय सेना ने खदेड़ा
  • इससे पहले 5 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान हुए थे शहीद

नई दिल्ली। लद्दाख के दक्षिणी पैंगॉन्ग के विवादित इलाके में चीन के साथ झड़प में भारत का एक जवान शहीद हो गया और एक जख्मी हो गया है। यह दावा विदेशी मीडिया ने किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह जवान मूल रूप से तिब्बती था और स्पेशल फ्रंटियर फोर्स (एसएफएफ) में तैनात था। हालांकि इस मामले में सेना का आधिकारिक बयान नहीं आया है। उधर चीन ने भी इस बाबत कोई जानकारी नहीं दी है।
गौरतलब है कि 29-30 अगस्त की रात को चीन के करीब 500 सैनिकों ने एक पहाड़ी पर कब्जे की कोशिश की थी, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। इससे पहले 5 जून को लद्दाख के गलवान में भारतीय और चीनी जवानों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसमें चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों पर कंटीले तारों वाले बैटन से हमला किया था। इसमें 20 जवान शहीद हुए थे। चीन के भी करीब 35 सैनिक मारे गए थे, लेकिन उसने अभी तक पुष्टि नहीं की है।
उधर तिब्बती संसद की निर्वासित सदस्य नामग्याल डोलकर लघियारी ने मंगलवार को एएफपी समाचार एजेंसी को बताया कि शनिवार रात को संघर्ष के दौरान तिब्बती मूल का सैनिक शहीद हो गया था। उन्होंने एक जवान के जख्मी होने की बात भी कही।
बीती 29-30 अगस्त की रात के बाद 31 अगस्त को भी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर उकसाने वाली कार्रवाई की। अगले दिन यानी 1 सितंबर को फिर खबर आई कि चीन के सैनिकों ने चुनार इलाके में घुसपैठ की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने फिर खदेड़ दिया। सूत्रों के मुताबिक भारतीय सेना पिछले महीने ही इंटेलीजेंस इनपुट मिल गया था कि चीनी सैनिक पैंगॉन्ग झील के दक्षिण में नया मोर्चा खोलने की तैयारी कर रहे हैं। इस आधार पर भारतीय सेना ने एक हफ्ते की तैयारी की और दक्षिणी छोर पर एलएसी से लगे ठिकानों पर जवान तैनात कर दिए।
सेना का यह अनुमान सटीक निकला कि गलवान से लेकर पैंगॉन्ग के उत्तरी छोर और देपसांग में 5 महीने से चीन जो चाल चल रहा है, वही अब दक्षिणी छोर पर दोहराने की तैयारी है। 29-30 जनवरी की रात जब चीन के 500 सैनिक घुसपैठ करने पहुंचे तो भारतीय जवानों को देखकर उनके होश उड़ गए।

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