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पौड़ी: रिखणीखाल में चिकित्साधिकारी पर कर्मचारियों ने लगाया शोषण करने का आरोप

पौड़ी। पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात प्रभारी चिकित्साधिकारी डाक्टर हेमन्त द्वारा अपने मातहत डाक्टरों व अन्य कर्मचारियों का मानसिक, शारीरिक व आर्थिक शोषण करने का लगा आरोप। इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रिखणीखाल के अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा एक पत्र मुख्य चिकित्सा अधिकारी पौड़ी को भेजा गया है। इस पत्र में 15 बिंदुओं को लेकर चिकित्सा अधिकारी पर मानसिक, शारीरिक व आर्थिक शोषण करने का लगा आरोप लगाए गए हैं और तत्काल प्रभाव से उनसे आहरण वितरण चार्ज हटाए जाने के की मांग की गई है।

आपको बता दें कि डॉक्टर हेमंत जो की रिखणीखाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के आहरण वितरण अधिकारी भी हैं, पर कर्मचारियों और अधिकारियों ने आरोप लगाते हुए पत्र में लिखा है की डॉक्टर हेमंत के द्वारा अधिकारियों तथा कर्मचारी के वेतन को रोकने की धमकी देकर उन्हें परेशान किया जा रहा है साथ ही उनकी उपस्थिति मुख्य चिकित्सा अधिकारी को नहीं भेजी जा रही है।

पत्र में कर्मचारी तथा फार्मासिस्टों को अभद्र गलियां, साथ ही शराब के नशे में महिला कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार और लोकल कर्मचारियों को नौकरी से निकल जाने की धमकी देना, स्टाफ नर्स व वार्ड बाय से जबरदस्ती आवास खाली करने या उसके बदले में महावर जमा करने को लेकर दबाव बनाना सहित 15 बिंदुओं परसामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों और कर्मचारियों ने एक पत्र मुख्य चिकित्सा अधिकारी पौड़ी को भेजा है। साथ ही इस पत्र की प्रतिलिपि लैंसडाउन विधायक दिलीप रावत स्वास्थ्य मंत्री उत्तराखंड जिला अधिकारी पौड़ी जिला पंचायत सदस्य फुल मोदी जिलाधिकारी लैंसडौन को भी प्रेषित की गई है।

वही उपकेंद्र बडियार की ए एन एम् किरण राठौड़ तथा उपकेंद्र तिमलसेन की ए एन एम् रश्मि भट्ट ने बताया कि प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के द्वारा 5 सितंबर को उनके केंद्र में औचक निरीक्षण किया गया। जिस पर उन्हें उपस्थिति पंजिका के साथ दूसरे दिन रिखणीखाल बुलाया गया। जहां उन्हें सुबह 10:00 बजे बुलाने के बाद 1:30 बजे तक भी मुलाकात नहीं होने दी। इसके बाद उन्होने चिकित्सालय के बाबू हरीश चन्द्र द्वारा ₹3000 चार्ज के रुप कैश मांगे गए जो उनके द्वारा गूगल पे कर उनके खाते में डाले गए इसको लेकर जब पूछा गया तो उनके द्वारा गोलमोल जवाब दिया गया और तनख्वाह रोकने की धमकी दी गई।

डॉक्टर सृष्टि भट्ट, डॉक्टर रितेश कुमार, गीतांजलि, शिवानी, सुमित पवार, शीतल, अजय कुमार, कुलदीप, डॉक्टर तनविया, महेंद्र सिंह सहित अनेक अधिकारी कर्मचारियों ने डॉ हेमंत से तत्काल प्रभाव से आहरण वितरण चार्ज हटाए जाने की मांग की है।

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