देहरादून। उत्तराखंड में शासन के निर्देश के बाद मदरसों की जांच शुरू हो गई है। शुरुआती दौर में ही कई मदरसे अवैध पाए गए हैं। इनमें उधम सिंह नगर जिला और नैनीताल,हल्द्वानी सबसे ऊपर है, जहां अवैध रूप से मदरसे संचालित हो रहे हैं। इसके अलावा देहरादून जिले में भी अवैध रूप से संचालित मदरसों की जानकारी सामने आई है, वो बेहद चौंकाने वाली है। कई जिलों में दर्जनों अवैध मदरसे संचालित हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि, चाहे वो अवैध मदरसे हो या अतिक्रमण, उत्तराखंड में ऐसा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मदरसों के सत्यापन का कार्य अल्पसंख्यक विभाग देखेगा, जिसके लिए आदेश दे दिए गए हैं। डीएम और एसपी भी सत्यापन अभियान चलाएंगे।
देहरादून के आंकड़े:- देहरादून में अबतक 35 मदरसे अवैध रूप से संचालित होते पाए गए हैं, जिसकी जानकारी शासन-प्रशासन को मिल चुकी है। जिलाधिकारी की तरफ से कराई जा रही जांच के बाद यह जानकारी सामने आई है।
देहरादून जिले में पाए गए 35 अवैध मदरसे
- डोईवाला में 6, कालसी में 1 स्थित है
- विकास नगर क्षेत्र में 18 अवैध मदरसे स्थित हैं।
- देहरादून शहर के आसपास 10 अवैध मदरसे मिले हैं।
- इन मदरसों में लगभग 3 हजार बच्चे पढ़ रहे हैं।
राजधानी देहरादून में कुल 90 अवैध मदरसे मौजूद हैं, जिसमें 9 हजार से ज्यादा छात्र पढ़ रहे हैं। देहरादून जिलाधिकारी सविन बंसल के मुताबिक, सभी आंकड़े इकट्ठे किए जा रहे हैं। जो भी गैर पंजीकृत मदरसे चल रहे हैं, उनको तत्काल प्रभाव से बंद किया जाएगा। इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि किसी भी छात्र का साल या पढ़ाई बर्बाद ना हो।
उधम सिंह नगर में हैरान करने वाले आंकड़े:- अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के निदेशक राजेंद्र कुमार का कहना है कि राज्य सरकार की तरफ से जिला प्रशासन को जांच के आदेश दिए गए थे। अब हर जिले के जिलाधिकारी इस बारे में शासन को जल्द ही रिपोर्ट सौंपेंगे। अभी जिलाधिकारी के स्तर से जो जानकारियां सामने आई हैं, उसको शासन को भेजना बाकी है।
जिलाधिकारी नितिन भदौरिया से मिली जानकारी के मुताबिक, अकेले उधम सिंह नगर में ही 129 मदरसे अवैध चल रहे हैं, जिसमें हजारों की तादाद में बच्चे पढ़ रहे हैं। वहीं, दो दिन पहले नैनीताल जिले के हल्द्वानी में भी जांच के दौरान 26 मदरसे अवैध रूप से संचालित होते पाए गए थे। इस पूरे मामले पर एसएसपी नैनीताल प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया था कि, पूरे नैनीताल जिले में बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे मदरसों की जांच जारी है। कई मदरसों का अवैध संचालन पाया गया है। इन मदरसों का ना तो कोई पंजीकरण है और न ही विभाग के पास इनकी कोई जानकारी है। वहीं इन मदरसों में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के हैं।