Sunday , May 19 2024
Breaking News
Home / चर्चा में / टिकैत के आंसुओं ने पलटी बाजी, बैकफुट पर आई सरकार!

टिकैत के आंसुओं ने पलटी बाजी, बैकफुट पर आई सरकार!

गाजियाबाद। 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद सरकार और किसानों के बीच तनातनी बढ़ गई है। दिल्ली की गाजीपुर सीमा पर गुरुवार देर रात तक चले हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद पुलिस बैरंग लौट गई। यहां पुलिस के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स को भी तैनात किया गया था। गाजियाबाद प्रशासन ने गाजीपुर में डेरा जमाए बैठे किसान नेताओं को आधी रात तक धरना खत्म करने का अल्टीमेटम दिया था। प्रदर्शनकारी किसान अपना बोरिया-बिस्तर भी समेटने लगे थे, लेकिन भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत के आंसुओं ने माहौल को ऐसा बदला कि पुलिस को उल्टे पांव लौटना पड़ा।
गाजीपुर सीमा को गुरुवार को छावनी में बदल दिया गया था। यहां बड़ी तादाद में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवान तैनात थे। धारा 144 लगा दी गई थी। इस तरह की अटकलें थीं कि राकेश टिकैत आत्मसमर्पण करने जा रहे हैं या फिर उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। उनके भाई नरेश टिकैत ने ऐलान किया था कि अब धरना खत्म कर दिया जाएगा। हालांकि संबोधन में राकेश टिकैत के छलके आंसुओं ने पूरा माहौल बदल दिया। इसके बाद बाजी पलट गई और केंद्र और यूपी सरकार बैकफुट पर आ गई।
अब किसान अपना आंदोलन और तेज कर रहे हैं। रात में ही पड़ोसी राज्यों से किसानों के जत्थे दिल्ली की ओर रवाना होना शुरू हो गए। भिवानी, मेरठ, बागपत से रात को किसान दिल्ली के लिए रवाना हो गए। वहीं टिकैत आंदोलन में नए सिरे से जान फूंकने में लगे हुए हैं। हिंसा के बाद किसानों को कहीं पर लाठी के बल पर तो कहीं मान-मनौव्वल करके वापस भेजा जा रहा था। प्रशासन ने उनके बिजली-पानी के कनेक्शन काट दिए थे। इस कार्रवाई के बाद टिकैत ने गुरुवार दोपहर को कहा था कि वे अपना आंदोलन खत्म कर देंगे। इसके बाद गाजियाबाद प्रशासन ने धरना स्थल को खाली करने का आदेश जारी किया था। एक तरफ दिल्ली पुलिस के जवान थे तो दूसरी तरफ यूपी पुलिस। एनएच-24 को बंद कर दिया गया था।
देर रात टिकैत ने मंच से संबोधन दिया। इस दौरान वह रो पड़े। उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए आंदोलन खत्म करने से मना कर दिया। उन्होंने साफ कहा कि यदि तीनों कृषि कानून वापस नहीं होंगे तो वह आत्महत्या कर लेंगे। उनके भावुक होने के बाद रात में माहौल बदल गया। उनके भावुक होने से गांव में बवाल बढ़ गया। नरेश टिकैत ने रात में मुजफ्फरनगर में आपातकालीन पंचायत बुलाई। पंचायत में हजारों किसान पहुंचे। किसानों की एकजुटता के सामने केंद्र और यूपी सरकार बैकफुट पर आ गई। फिर किसानों को सीमा से हटाने के लिए तैनात की गई पुलिस फोर्स को वापस बुला लिया गया।
देर रात मीडिया से बातचीत में राकेश टिकैत ने दावा किया कि शुक्रवार सुबह तक तमाम जिलों से बड़ी तादात में किसान गाजीपुर सीमा पर पहुंच जाएंगे। बता दें कि दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दौरान हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है उनमें टिकैत का भी नाम है। उनके खिलाफ गंभीर धाराओं और यूएपीए के तहत केस दर्ज किया गया है। ऐसे में उनके ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।

About team HNI

Check Also

यमुनोत्री धाम में हार्ट अटैक से एक श्रद्धालु की मौत, मरने वालों की संख्या हुई पांच

देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हो गई है। लाखों की संख्या में भक्त देवभूमि …

Leave a Reply