प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड मामले में उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) टीम ने अतीक अहमद के बेटे असद को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। गैंगस्टर अतीक अहमद का बेटा असद और प्रयागराज में दिनदहाड़े उमेश पाल को गोली मारने वाला शूटर गुलाम मोहम्मद एसटीएफ के साथ एक मुठभेड़ में मारे गए। 12 सदस्यों वाली एसटीएफ टीम का नेतृत्व डिप्टी एसपी नवेंदु कुमार नवीन और डिप्टी एसपी विमल कुमार सिंह कर रहे थे। एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने जानकारी दी कि दोनो आरोपियों को जिंदा पकड़ने की कोशिश की गई थी, लेकिन उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों मारे गए।
वहीं उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मुश्किलें बढ़ गई हैं। एक तरफ अतीक के बेटे असद का एनकाउंटर कर दिया गया है, वहीं दूसरी तरफ अतीक और अशरफ की पुलिस रिमांड मिल गई है। प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट से यूपी पुलिस को दोनों की 7 दिन की रिमांड मिल गई है। कोर्ट से निकलते वक्त अतीक पर जूता चलाया गया है। पुलिस ने दोनों को तुरंत वैन में बैठाया है।
सात दिन की पुलिस रिमांड मिलने के बाद अब दोनों भाई से उमेश पाल हत्याकांड की साजिश से जुड़े सारे राज उगलवाये जाएंगे, जिस समय उमेश पाल की हत्या हुई। उस वक्त अतीक और अशरफ जेल में थे और इन दोनों पर साजिश रचने का आरोप है। सीजेएम कोर्ट में सुनवाई के लिए अतीक अहमदा और अशरफ को पुलिस आज एक ही चैन में लेकर पहुंची थी अतीक और अशरफ को एक कठघरे में खड़ा किया गया।
बता दे कि माफिया अतीक अहमद की 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले गिरफ्तारी हुई थी। नैनी जेल में रखा गया था, लेकिन बाद में सुरक्षा कारणों की वजह से उसे बस्ती जेल भेज दिया गया था। यहां से उसे गुजरात की साबरमती जेल भिजवा दिया गया था।
माफिया अतीक अहमद के गुर्गे प्रदेश के कई जनपदों की जेलों में बंद हैं। तीन दर्जन से अधिक गुर्गों को कौशांबी, फतेहपुर, चित्रकूट, बांदा, मीरजापुर, बरेली, प्रतापगढ़, कानपुर, फतेहगढ़, महोबा, गाजीपुर, वाराणसी समेत कई जेलों में रखा गया है। खास बात यह है कि किसी भी एक जेल में माफिया के दो गुर्गें नहीं हैं। नैनी जेल में भी माफिया के गिने-चुने तीन-चार गुर्गे ही बचे हैं।